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लिफ्ट के उद्घाटन को लेकर शरू हुई राजनीति !

- पहले वर्तमान मुख्यमंत्री और फिर पूर्व मुख्यमंत्री ने किया लिफ्ट का उद्घाटन
देहरादून : रविवार को प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टपकेश्वर महादेव मंदिर में लिफ्ट का उद्घाटन किया तो उसी लिफ्ट का सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी विधिवत पूजन कर डाला। लिफ्ट के उद्घाटन को लेकर शुरू हुई राजनीती के दौरान लिफ्ट के सामने नारियल भी फोड़ा गया तो यह देख चर्चा शुरू हो गई कि पहले वर्तमान मुख्यमंत्री और फिर पूर्व मुख्यमंत्री ने लिफ्ट का उद्घाटन किया। इस पर रावत समर्थकों का कहना था कि यह लिफ्ट हरीश रावत की देन है और उन्होंने ही इसका शिलान्यास का काम शुरू कराया था।
इसी दौरान उद्घाटन के सवाल पर चिरपरिचित अंदाज में हरीश रावत ने कहा कि मैंने तो सिर्फ पूजन किया और दिगंबर भरत गिरी महाराज ने आशीर्वाद दिया। उद्घाटन तो कोई और कर गया था, लेकिन हमारी सरकार ने उत्तराखंड के विकास के लिए सशक्त पहल की थी, जिसे मैं यूं मरने नहीं दूंगा।
राजनीती के मझे हुए खिलाड़ी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक कार्यक्रम में कहा था कि भाजपा सरकार उन कार्यों का श्रेय हमसे छीनने का प्रयास कर रही है, जो काम उनकी सरकार ने किए। उन्होंने इस पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह को भी चौकन्ना रहने की नसीहत दी थी और कहा कि परिस्थितियां ऐसी हैं कि अब हमें अपना बाजा हमें खुद बजाना होगा।
गौरतलब हो कि हरीश रावत ने हार का कारण और नरेंद्र मोदी मॉडल को जानने के लिए मंदिरों में भजन-कीर्तन करना शुरू किया है। उनका अगले दो-ढाई महीने तक प्रदेशभर के मंदिरों में जाने कार्यक्रम है। इसी के तहत वह सोमवार को टपकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे थे। इसके बाद वह लक्ष्मण सिद्ध मंदिर में भी भजन-कीर्तन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब तक जो समझ आया है, उसके अनुसार मोदी मॉडल दुष्प्रचार का है। हालांकि, अभी मेरी खोज अधूरी है। कहा कि मैंने महाभारत और रामायण का भी अध्ययन किया है, जिससे मुझे काफी ज्ञान मिला है।