- मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत शहीद के गांव पहुंचकर सैन्य परिवार के दुःख में हुए शामिल
कर्णप्रयाग : हजारों नम आँखों ने बीते दिन जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद गढ़वाल राइफल्स के जांबाज सूरज सिंह तोपाल को शनिवार को कर्णप्रयाग में अलकनंदा -पिंडर नदी के संगम तट पर पूरे सैन्य तथा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस गमगीन माहौल में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून से शहीद के गांव पहुंचकर सैन्य परिवार के दुःख में शामिल होकर श्रद्धासुमन तो अर्पित किए ही साथ ही परिवार को यह समझाने का प्रयास किया कि उनके दुःख में पूरा राज्य शामिल है।
गौरतलब हो कि बीते दिन जम्मू-कश्मीर के पंपोर से सटे संबूरा पुलवामा में गुरुवार की रात्रि आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में चमोली के कर्णप्रयाग कपीरीपट्टी स्थित फलोटा गांव का 26 वर्षीय सैनिक सूरज सिंह शहीद हो गया था। घटना के बाद शहीद सैनिक का शव सेना के विशेष वाहन से शनिवार सुबह आठ बजे फलोटा गांव पहुंच गया था।
गांव में शहीद के शव के पहुँचते ही परिवार के इकलौते बेटे के शहीद होने पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीँ इस गम के मौके पर ग्रामीणों व परिजनों ने किसी तरह शहीद के पिता पूर्व सैनिक नारायण सिंह व बेसुध माता विमला देवी व उनकी चारों बहिनों को ढांढस बंधाने की कोशिश की, लेकिन परिजन शहीद के शव से लिपटकर रोते-बिलखते रहे। इस दौरान गांव से लेकर कर्णप्रयाग तक शहीद की अंतिम यात्रा में स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की।
वहीँ कर्णप्रयाग के व्यापारियों ने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर शहीद को अपनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शहीद का अलकनंदा-पिंडर नदी के संगम तट पर अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के चचेरे भाई मयंक तोपाल व प्रदीप तोपाल ने चिता को मुखाग्नि दी। घाट पर शहीद के अंतिम दर्शन करने पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सहित सेना के अधिकारी, क्षेत्रीय विधायक एसएस नेगी, थराली विधायक मगन लाल शाह, एडीएम चमोली ईलागिरी, तहसीलदार विपिन चंद्र पंत समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण व इलाके के सैकड़ों लोग मौजूद रहे।