UTTARAKASHI

बादल फटने से यमुनोत्री में पुल बहा,पांच दुकानें और धर्मशाला सैलाब में बही

DEHRADUN : सोमवार की देर रात  यमुनोत्री के आगे सप्तऋषि कुंड के समीप बादल फटने से जहाँ मंदिर को जोड़ने वाला पुल पैदल पुल बह गया वहीँ पांच दुकानें, एक धर्मशाला के साथ ही भूस्खलन से चलते चारधाम यात्रा मार्ग विभिन्न स्थानों पर बंद हो गया है । इधर मौसम विभाग ने उत्तराखंड में और तेज बारिश की चेतावनी दी है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना आधी रात के बाद करीब ढाई बजे की है। जब तेज बारिश के साथ ही बादल फटने से यमुनोत्री धाम के निकट पांच दुकानें यमुना के उफान में बह गईं। वहीं, काली कमली धर्मशाला का एक हिस्सा भी बह गया। हालांकि मंदिर परिसर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है । वहीँ जिला प्रशासन ने अहतियातन मंदिर के आसपास के 6 ढाबे भी खाली कराए गए हैं। वहीं लगातार हो रही बारिश के चलते गंगोत्री यमनोत्री हाइवे बंद कर दिया गया है।

देर रात अचानक  बादल फटने की घटना के बाद व्यापारियों के साथ ही यमुनोत्री में रुके लोगों ने सुरक्षित स्थान पर ले जाकर जान बचाई। जिससे कोई जनहानि तो नहीं हुई वहीं, मंदिर को जाने वाली पुलिया इस सैलाब में बह गई। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ की टीम जानकी चट्टी से यमुनोत्री पहुंच गई। वहीं, भूस्खलन से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग थिरांग के पास नौ घंटे तक बंद रहा। जबकि यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट के पास भूस्खलन होने से सात घंटे बंद चल रहा है।

गौरतलब हो कि बीती रात यमुनोत्री धाम में 11 यात्री सहित 40 तीर्थ पुरोहित, दुकानदार, साधु संत व कर्मचारी थे। 11 यात्रियों को एसडीआरएफ की टीम जानकी चट्टी पहुंचा रही है। वहीं, मनेरी के सिलकुरा में भूस्खलन का मलबा आने से नारायण होटल की कैंटीन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।

पर्वतीय क्षेत्र में केदारघाटी में भी रात्रि करीब ढाई बजे से मूसलाधार बारिश हो रही है। रुद्रप्रयाग गौरीकुंड मार्ग फाटा, बांसवाड़ा व डोलिया देवी मंदिर के पास भूस्खलन से अवरुद्ध हो गया। कई स्थानों में सड़क पर पत्थर गिर रहे हैं। वहीं, पौड़ी जिले में 11 ग्रामीण संपर्क मार्ग बंद हैं।

चमोली जिले में मध्य रात्रि से चल रही बारिश सुबह सात बजे थमी। बदरीनाथ हाइवे लामबगड़, रडांग बैंड, हनुमानचट्टी में भूस्खलन से बंद है। वहीं, हेमकुंड यात्रा सुचारु है। कर्णप्रयाग और नंदप्रयाग के बीच 66 केवी की विद्युत लाइन का एक तार टूटने से गोपेश्वर- जोशीमठ और घाट क्षेत्र में रात से विद्युत आपूर्ति ठप्प है। वहीं, भूस्खलन से चमोली जिले के रोली गांव मे दो और गौचर में एक गोशाला को क्षति पहुंची है।

मौसम के मिजाज फिलहाल नरम पड़ने के आसार नहीं हैं। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आगामी 24 घंटे में पौड़ी, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।

devbhoomimedia

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