सीडब्ल्यूसी बैठक में राहुल गांधी ने फूंका 2019 चुनाव का बिगुल

- कांग्रेस कार्यसमिति में 300 सीटों को जीतने की बनी रणनीति
NEW DELHI : कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में रविवार (आज)को 2019 लोकसभा चुनावों का बिगुल फूंक दिया है । लगभग पांच घंटे चली मीटिंग में देश के विभिन्न प्रांतों से आए 35 दिग्गज नेताओं ने अपने विचार रखें।
बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में सीडब्ल्यूसी की बैठक में 2019 के चुनाव का बिगुल बजा दिया गया है। उन्होंने बताया कि बैठक में राहुल ने कहा कि ‘आज मौजूदा माहौल में देश की आकांक्षाओं को तोड़ा जा रहा है, प्रजातंत्र को खत्म किया जा रहा है।
मोदी सरकार देश की अहम संस्थाओं पर अतिक्रमण कर रही है। हर जाति और युवाओं के अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। कांग्रेस ही एकमात्र ऐसा संगठन है जो इस अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए सक्षम है।’ सुरजेवाला ने आगे बताया ‘यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कहा कि सत्ताधारी दल के द्वारा देश में नफरत का माहौल देश पर थोपा जा रहा है।
उन्होंने कहा पीएम मोदी को पूरा देश देख रहा है कि वह किस तरह अपने पद की गरिमा को ताक पर रख कर उसका उल्लंघन कर रहे हैं। वह इस देश की सच्चाई को देख नहीं पा रहे हैं। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो यूनाइट करती है। जो किसी में भेदभाव नहीं करती है। जो कि किसानों महिलाओं और दलित, पिछड़ो का कांग्रेस प्रतिनिधित्व करती है।’
वहीं पार्टी महासचिव अशोक गहलोत ने बताया कि ‘हमने 40 साल के जीवन में देश में कभी ऐसा माहौल नहीं देखा। किसी को भ्रम नहीं होना चाहिए। भाजपा के लोग धन-बल का प्रयोग कर रहे हैं। सरकारी मशीन का दुरुपयोग कर रहे हैं। देश में अविश्वास का माहौल बन गया है इस पर पुरी कार्यसमिति ने चिंता व्यक्त की है। हम एनडीए सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।’
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक बैठक में 300 सीटों को जीतने के लिए रणनीति तैयार की गई है। इसके साथ ही बैठक में देश के अलग-अलग मुद्दे उठाए गए। पार्टी का केंद्र भारत के कृषि, युवा, अर्थव्यवस्था, आंतरिक/बाहरी सुरक्षा, एससी/एसटी/ओबीसी महिला और संस्थानों की अखंडता को बनाए रखना है।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता सचिन पायलट, शक्ति सिंह गोहिल, रमेश चेन्निथला ने बैठक में कहा कि हमें पार्टियों के साथ रणनीतिक साझेदारी करनी चाहिए लेकिन पार्टी को गठबंधन के केंद्र में रहना चाहिए और राहुल गांधी को इस गठबंधन का चेहरा बनाना चाहिए।
सूत्रों के अनुसार बैठक में पी चिदंबरम ने 300 सीटों के जीतने का खाका पेश किया। चिदंबरम के मुताबिक पार्टी 12 राज्यों में मजबूत है। कांग्रेस अपने नंबरों को तीन गुना बढ़ाकर 150 कर सकती है। बचे हुए राज्यों में पार्टी का क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन महत्वपूर्ण साबित होगा।
चिदंबरम का चुनावी गणित :-
अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के चुनाव अभियान में उम्मीदों का पंख लगाने के लिए पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने अपने चुनावी गणित का खाका कार्यसमिति की बैठक में पेश किया। पूर्व वित्तमंत्री ने पार्टी का फोकस बढ़ाने के लिए तैयार अपनी इस रपट में कहा कि कांग्रेस 12 राज्यों में अपने बूते करीब 140 से 150 लोकसभा सीटें जीत सकती है। चिदंबरम के आकलन का पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने समर्थन किया।
चिदंबरम ने जिन राज्यों का हवाला दिया उसमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, असम, तेलंगाना आदि शामिल थे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू, कर्नाटक जैसे राज्यों में मजबूत गठबंधन के सहारे विपक्षी खेमे की सीटें बढ़ाने पर फोकस करने की बात उन्होंने कही। चिदंबरम का कहना था कि कांग्रेस जहां 150 सीटें जीत सकती है वहीं विपक्षी खेमे के दलों के साथ 150 का आंकड़ा हासिल करना संभव है। चिदंबरम ने कहा कि इस तरह गठबंधन के सहारे कांग्रेस-यूपीए की सरकार बनने के आसार हैं।