CRIME

किच्छा के बहुचर्चित समीर हत्याकाण्ड का खुलासा, तीन गिरफ्तार

  • -प्रापर्टी को लेकर शूटरों से कराई गई थी हत्या
किच्छा । प्रॉपर्टी डीलर समीर हत्याकांड का पुलिस ने आज खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार समीर की हत्या करोड़ों की प्रॉपर्टी को लेकर की गयी थी। इसके लिए 3 लाख रूपए में शार्प शूटरों को हायर किया गया था जिन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए हत्याकांड के मास्टरमाइंड और दो शार्प शूटरों को गिरफ्तार कर लिया जबकि तीन अभी वांछित चल रहे हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से पिस्टल, तमंचा, कारतूस व वारदात में प्रयुक्त बाइक बरामद कर ली है। 
तीन मई को आदित्य चौक  पर बाइक सवार बदमाशों ने श्रवण ढाबे के सामने प्रॉपर्टी डीलर वार्ड 6 निवासी समीर अहमद पुत्र शफी अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में मृतक के भाई मो- खालिद ने भूमि विवाद के कारण मृतक समीर अहमद के पार्टनर मो- आरिफ, मो- मलिक, अफसर अली, मो- कामरन, माजिद मलिक को जिम्मेदार मानते हुए नामजद कराया था। वारदात के खुलासे को लेकर एसएसपी के निर्देश पर एएसपी देवेंद्र पिंचा, एसपी क्राइम कमलेश उपाध्याय, सीओ हिमांशु शाह के नेतृत्व में एसओजी व तीन स्पेशल टीमें गठित की गयीं और आसपास के सीसी टीवी कैमरे फुटेज, सर्विलांस से जानकारियां लेकर भूमि विवाद आदि के मामले भी संज्ञान में लेते हुए पाया कि नामजद अभियुक्तों की कोई भूमिका नहीं है जिसके पश्चात टीम ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश, रामपुर, मुरादाबाद, हरदोइ्र, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बरेली आदि क्षेत्रें में दबिश दी जिसमें पाया गया कि इस घटना में शूटर शामिल हैं जिस पर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कुरैया मार्ग चकोनी के पास मोटरसाइकिल से जा रहे ग्राम चंदोखा कोठी थाना मदनापुर जिला शाहजहांपुर निवासी सुखदेव सिंह उर्फ सुक्खा पुत्र बूड़ सिंह, फाजलपुर चैकी कतई मिल बहेड़ी बरेली निवासी अंगरेज सिंह उर्फ रिंकू पुत्र स्व- सतनाम सिंह को गिरफ्तार  कर लिया। तलाशी लेने पर दोनों के पास 32 बोर का पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, 315 बोर का तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किया।
पुलिस पूछताछ में उक्त दोनों शूटरों ने अ पने जुल्म का इकबाल किया। उन्होंने बताया कि समीर की हत्या अपने साथी ग्राम कचनाल चैकी माटखेड़ा बिलासपुर निवासी गुरचरण सिंह उर्फ बंटी पुत्र गुरप्रीत सिंह के साथ मिलकर पाम कालोनी चैकी कुण्डेश्वरी निवासी प्रसन्नजीत सिंह संधू उर्फ सन्नी पुत्र गुरबाज सिंह द्वारा 3 लाख  रूपए मे ओमैक्स कालोनी निवासी जसविंदर सिंह पुत्र स्व- कुलदीप सिंह और उसके पुत्र रंदीप उर्फ राजा से तय करने के बाद घटना को अंजाम दिया। जिसके बाद सब अलग अलग वाहनों से  फरार हो गये। हत्याकांड के एक माह तक बंटी और रिंकू ने समीर अहमद की रेकी की थी।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि जसविंदर सिंह गिल व उसके पुत्र राजा मृतक समीर का करोड़ों की प्रापर्टी का पार्टनर है जो दिल्ली और उत्तराखंड में है। इसी करोड़ों की प्रापर्टी को लेकर जसविंदर और उसके पुत्र के मन में बेमानी पैदा हो गयी। जिसके चलते उन्होंने समीर की हत्या की साजिश रची। हत्या को अंजाम देने के लिए उन्होंने षडयंत्र रचा और अपने आपको बचाने के लिए शूटरों सुखदेव सिंह, अंगरेज सिंह और गुरचरन सिंह को 3 लाख में हायर किया और इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस इस हत्याकांड के वांछित प्रसन्नजीत संधू उर्फ सन्नी, गुरचरन सिंह उर्फ बंटी और रनदीप सिंह उर्फ राजा की तलाश कर रही है।
पुलिस ने बताया कि रनदीप सिंह, जसविंदर सिंह, सुखदेव सिंह और गुरचरन सिंह पर पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में थानाध्यक्ष मोहन चंद पांडे, विद्यादत्त जोशी, एसओजी प्रभारी तुषार बोरा, योगेश चंद उपाध्याय, एसएसआई मदन मोहन जोशी, एसआई लक्ष्मण सिंह, सतपाल सिंह, नवीन बुधानी, अशोक फर्त्याल, जगदीश ढकरियाल, पीडी जोशी, जूली राणा, अब्दुल कलाम, लाखन सिंह, गौरव गौतम, पंकज जोशी समेत कां- राजीव कुमार, इरशाद उल्लाह, देवराज सिंह सुरेश सिंह, राजेश गिरी, संजय धोनी, देवेंद्र कन्याल, प्रेम सिंह, मतलूब खान,  प्रकाश चंद बवाड़ी, बबलू गोस्वामी, प्रकाश भगत, बलवंत सिंह, पवन, सुबोध शर्मा शामिल थे।
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