Uttarakhand

हज़ारों नम आँखों के बीच पंचतत्व में विलीन हुआ देश के लिए जान देने वाला रणबांकुरा

  • शहीद के परिवार के एक आश्रित राजकीय सेवा में देंगे नियुक्ति : त्रिवेन्द्र रावत 
  • परिवार को राज्य सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता का दिया आश्वासन
  • शहीद की बेटी की  एक तस्वीर ने सबको झकझोर कर रख दिया

देहरादून : कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में बीती 10 अप्रैल को घायल हुए नायक दीपक नैनवाल के पुणे के पैराप्लेजिक रिहैब सेंटर में रविवार को अंतिम सांस लेने के बाद मंगलवार को हरिद्वार में गंगा तट पर हज़ारों नम आँखों ने अंतिम विदाई देते हुए शहीद  पार्थिव शरीर पंचतत्व  में विलीन हो गया।  इससे पहले सोमवार को शहीद का पार्थिव शरीर देहरादून लाया गया था जिसे मंगलवार प्रातः  जौलीग्रांट एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर को सीधे  मिलिट्री अस्पताल के शव गृह ले जाया गया था।  जहाँ से मंगलवार प्रातः सैन्य सम्मान के साथ तिरंगे लिपटे शहीद के शरीर को हर्रावाला स्थित उनके घर लाया गया। जहाँ से  उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई थी।  हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित शमशान घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद दीपक नैनवाल के तीन वर्षीय पुत्र द्वारा मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया गया। शहीद नैनवाल का अंतिम संस्कार सेना की मातमी धुन और शस्त्र सलामी के बीच किया गया। डीएम हरिद्वार दीपक रावत ने शहीद के पार्थिव शारीर पर पुष्पचक्र समर्पित कर श्रद्धांजलि दी। हरिद्वार के जिलाधिकारी शहीद के पिता चक्रधर नैनवाल और भाई प्रदीप नैनवाल से मिले और शोक संवेदना व्यक्त की। इस अवसर पर खड़खड़ी घाट पर कार्यवाहक एसएसपी वरिंदर जीत सिंह, एसपी सिटी ममता वोहरा, सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह और सेना के वरिष्ठ अधिकारीयों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

शहीद के शव के उनके पैतृक घर पहुँचते ही मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत शहीद जवान नायक श्री दीपक नैनवाल के हर्रावाला, सिद्धपुरम देहरादून स्थित आवास पर गये, जहाँ उन्होंने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर स्व.नैनवाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि शहीद दीपक नैनवाल के परिवार के एक आश्रित को उनकी शैक्षिक योग्यता के आधार पर राजकीय सेवा में नियुक्ति प्रदान की जायेगी। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को ढाँढस बँधाते हुए उनके परिवार को राज्य सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया।  इस अवसर पर विधायक श्रीमती रितु खण्डूड़ी, विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने भी शहीद दीपक नैनवाल को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस दौरान सेना की एक टुकड़ी ने सलामी दी। रोते-बिलकते परिजनों ने भी शहीद की मृतदेह पर पुष्प अर्पित किए।इस दौरान जब अंतिम दर्शन के लिए शव घर पर रखा गया तो इसे देख शहीद दीपक की मां पार्वती कई बार बेहोश हो गईं। वहीँ शहीद की पत्नी और अन्य परिजन भी विलाप देखा  नहीं जा रहा था। जबकि शहीद की बेटी और बेटे को श्रद्धांजलि देते देख वहां मौजूद हर एक व्यक्ति की आंखें नम हो गई। शहीद की बेटी की सामने आई एक तस्वीर ने सबको झकझोर कर रख दिया। पिता चक्रधर ने बेहद भावुक होकर कहा कि उनके बेटे ने उन्हें कंधा देना था, लेकिन आज उन्हें अपने बेटे का कंधा देना पड़ रहा है। दीपक के छोटे भाई प्रदीप और उनके अन्य परिजनों ने शहीद को अपने घर से अंतिम विदाई दी।इस दौरान बड़ी मुश्किल से परिजनों को आस -पास के उनके पड़ोसियों और नाते -रिश्तेदारों ने बमुश्किल संभाला।

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