आंदोलनकारी चिन्हित करने वाली प्रक्रिया में हुई धांधली की सीबीआई से जांच की मांग

महिला मंच ने जिलाधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन
देहरादून। जिले में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी चिन्हित करने वाली प्रक्रिया में हुई धांधली की सीबीआई से जांच किये जाने की मांग को लेकर उत्तराखंड महिला मंच ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर धरना दिया और कहा कि शीघ्र ही इस ओर उचित कार्यवाही किये जाने की आवश्यकता है।
मंच की जिला संयोजक निर्मला बिष्ट के नेतृत्व में मंच की कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय परं इकटठा हुई और वहां पर उन्होंने देहरादून जिले में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी चिन्हित करने वाली प्रक्रिया में हुई धांधली की सीबीआई से जांच किये जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर धरना दिया और कहा कि शीइा्र ही इस ओर उचित कार्यवाही किये जाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि इन सोलह वर्षों में जिस तरह से उत्तराखंड राज्य आंदोलन में जिस तरह उत्तराखंड राज्य आंदोलन में आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण में धांधली चल रही है उस सिलसिले में मंच कार्यवाही की मांग करता है। उनका कहना है कि आंदोलनकारियों के बलिदानों को समझाते हुए उन्हें पुरस्कार व अनुदान स्वरूप किसी न किसी रूप में पेंशन, नौकरियां इत्यादि प्रदान करने की घोषणा करें और इतने बडे स्तर में जब कोई भी कार्यक्रम चलाया जाता है तो उसको धरातल में लाने में प्रशासन को खास जददोजहद करनी पडती है।
उनका कहना है कि इस धांधली की सीबीआई से व्यापक स्तर पर जांच की जानी चाहिए, उनका कहना है कि चिन्हीकरण में कई ऐसे तथ्य सामने आये है कि जिनकी उम्र लगभग बीस, बाईस साल है वह आंदोलनकारी के रूप में चिन्हित किये गये है और जो उत्तराखंड में भी निवास नहीं करते है यह एक बेहद गंभीर जांच का विषय है।
इस अवसर पर जिला प्रशासन के जरिये जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित कर मामले की सीबीआई से जांच कराये जाने की मांग की गई है। शीइा्र ही कार्यवाही न होने पर जनांदोलन किया जायेगा। इस अवसर पर जिला संयोजक निर्मला बिष्ट के साथ शकुन्तला गुसांई, पदमा गुन्ता, भातेश्वरी राजवार, जसवंती बिष्ट, कौशल्या चौहान, उषा भटट, बीना सकलानी, हेमलता, शाकम्बरी कठैत, भारती नेगी सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।