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प्रशासनिक अधिकारियों के असहयोगी रवैए से समाजसेवी हैरान 

देहरादून। रंगोली आंदोलन के संस्थापक शशि भूषण मैठाणी ने प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर प्रदेश में तैनात दो प्रशासनिक अधिकारियों के व्यवहार पर हैरानी जताते हुए अधिकारियों के रवैया को लेकर जांच की मांग की है। हालांकि उनका मुख्य मुद्दा एक विक्षिन्त प्रतीत हो रही महिला को उपचार व सुरक्षा दिलाया जाना रहा।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए मैठाणी ने कहा कि एक विक्षिन्त महिला जो कि संभवतया 2013 में केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा का शिकार है, की सुरक्षा और उपचार को लेकर चमोली व कर्णप्रयाग के प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा के चलते असुरक्षित माहौल में दिन बीता रही है। उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि जब वे चमोली के जिलाधिकारी और कर्णप्रयाग के एसडीएम के पास उक्त विक्षिन्त महिला के उपचार व सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए मिले तो उन्होंने मर्यादित व्यवहार नहीं किया।

मैठाणी का कहना कि महिला गर्भवती है और जिसका समुचित उपचार कराया जाना जरूरी है। इस मामले को लेकर वे उक्त प्रशासनिक अधिकारियों से मिले तो रवैया सहयोग करने वाला नहीं रहा। समाजसेवी मैठाणी ने मांग की है कि गर्भवती महिला की सुरक्षा व उपचार के मामले को अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया, जिसकी जांच आवश्यक है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उक्त विक्षिन्त महिला को समुचित उपचार दिलवाया जाए। साथ ही नारी निकेतन में उसके रहने की व्यवस्था की जाए।

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