लक्सर में रेल पटरी काटने की साजिश

गैंगमैन की सूझबूझ से एक बडा षडयंत्र फेल
देहरादून । उत्तराखण्ड में दर्जनों बार आतंकी कुछ रेलवे स्टेशनों को उडाने के लिए स्टेशन मास्टर को धमकी भरे पत्र देते आ रहे हैं और चंद बार रेलवे पटरी काटे जाने की भी साजिशें हो चुकी हैं लेकिन पुलिस व जीआरपी महकमा आतंक के नई साजिश से गंभीर नजर नहीं आ रहा है जिसके चलते वह रेलवे पटरियों को काटने की साजिश करने वालों पर अपना शिकंजा कसने के लिए आगे नहीं आ रही है।
लक्सर में रेल पटरी काटकर एक बडी साजिश को अंजाम देने की कौशिश शायद दहशतगर्दों ने दी थी लेकिन गैंगमैन की सूझबूझ से एक बडा षडयंत्र फेल हो गया क्योंकि जिस जगह यह रेल पटरी काटी गई उस रेल पटरी पर आये दिन कई रेल गुजरती हैं और अगर इस कटी हुई रेल पटरी पर रेल दौडती तो आज एक बडी वारदात देखने को मिल सकती थी? भले ही गैंगमैन की सूझबूझ से यह षडयंत्र नाकाम हो गया हो लेकिन जीआरपी व खुफिया एजेंसियों को ऐसे दहशतगर्दों की खोज करनी पडेगी जो रेल को अपने निशाने पर लेने के लिए लम्बे समय से खतरनाक तानाबाना बुन रहे हैं?
उल्लेखनीय है कि उत्तराखण्ड बनने के बाद से ही रेल आतंक के निशाने पर रही है और दर्जनों बार देहरादून, उधमसिंहनगर व हरिद्वार के स्टेशन मास्टरों को स्टेशन बम से उडाने की धमकी मिलती रही है जिसके बाद पुलिस हमेशा ऐसे खतरों को लेकर रेलवे स्टेशनों पर डाॅग स्काॅयड व बम स्काॅयड के साथ चैकिंग अभियान चलाती रही है। इतना ही नहीं हरिद्वार व रायवाला में चंद बार रेलवे पटरी काटने की बडी साजिश रची गई लेकिन हर बार रेल प्रशासन की चैकसी के चलते रेलवे पटरी काटकर आतंक फैलाने की साजिश रचने वाले अपने मिशन में कामयाब नहीं हो पाये।
लम्बे समय से खुफिया एजेंसियों को भी सूचनायें मिल रही हैं कि आतंकी रेल को अपनी साजिश के तहत निशाना बना सकते हैं। आज दोपहर लक्सर रेलवे पटरी को परख रहे एक गैंगमैन ने जब उसे काफी कटे हुए देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई और उसने तत्काल इसकी सूचना अपने अफसरों को दी। रेलवे पटरी कटने की खबर मिलते ही रेलवे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये और आनन-फानन में जीआरपी व रेलवे प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे और उन्होंने जब घटनास्थल का निरीक्षण किया तो पाया कि रेलवे पटरी काफी काटी गई है। रेलवे पटरी काटे जाने को लेकर आशंका है कि कहीं यह आतंकियों की कोई बडी साजिश तो नहीं थी जिन्होंने रेल को अपना निशाना बनाने के लिए बडा चत्व्यूह रचा था।