देहरादून । देहरादून शहर से सटे ये 51 गांव आज भी स्ट्रीट लाइट से लेकर कूड़े का उठान न होने जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। नगर निगम ने तीन बार प्रस्ताव भेजा लेकिन शासन ने कोई न कोई अड़ंगा फंसा दिया।
निगम अधिकारियों के मुताबिक शासन को जब पहली बार शहर के विस्तार की अनुमति के लिए रिपोर्ट भेजी गई तो उसमें कई खामियां गिना दी गईं। निगम ने दूसरी रिपोर्ट भेजी, लेकिन उसे भी अव्यवहारिक बताकर लौटा दिया गया। अंतिम मर्तबा निगम ने 18 दिसंबर 2012 को तीसरी रिपोर्ट भेजी। यह पूरी तरह संशोधित रिपोर्ट बताई गई। इसमें 51 गांव नगर निगम को देने का विस्तृत ब्योरा शामिल है, मगर न तो प्रदेश सरकार और न शासन स्तर पर बैठे अधिकारियों ने ही इसकी सुध् ली, जबकि इन गांवों के लोग खुद नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने की मांग उठाते रहे हैं।
सुविधाओं से वंचित शहरी क्षेत्र से सटे गांवों के लोग अब अक्सर पीएमओ में संपर्क कर अपनी समस्या बताते हैं। जोहड़ी गांव, मालसी, अनारवाला गांव में स्ट्रीट लाइटों और सड़कों की समस्या का समाधान पीएमओ के दखल के बाद ही हो पाया। नगर निगम सूत्रों की मानें तो सीमा के विस्तारीकरण में एक कैबिनेट मंत्री रोड़ा अटकाए बैठे रहे। दरअसल, उनका क्षेत्र भी इसी दायरे में आता है। ऐसे में मंत्री नहीं चाहते कि उनके क्षेत्र के गांव नगर निगम क्षेत्र में शामिल हों।
इन 51 गांवों को नगर निगम में शामिल करने की राह में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्य भी अड़ंगा हैं। ये गांव निगम क्षेत्र में आने पर ग्रामीण नेताओं को राजनीतिक भविष्य की चिंता है। यही कारण है कि सरकार पर दबाव बनाकर प्रस्ताव को लंबे समय से रोका जा रहा है। जिन गांवों को नगर निगम में शामिल करने का प्रस्ताव लंबित है उनमें उत्तरी क्षेत्र में चालंग गांव, डुंगाल गांव, भंडार गांव, डोम गांव और हथडीवाला शामिल हैं। जबकि दक्षिण क्षेत्र में मोहकमपुर खुर्द, मोहकमपुर कलां, बद्रीपुर, हरीपुर कलां, नवादा, इंदरपुर, शाहनगर, केदारपुर, अजबपुर खुर्द, कारगी गांट, ब्राह्मणवाला और माजरा शामिल हैं। पूव क्षेत्र में तरला नागल, गुजराड़ा मानसिंह, डांडा ध्ाोरड़, डांडा खुदानेवाला, डांडा लखौंड, डांडा नूरीवाला, आमवाला उपरला, आमवाला मझला, सौंधवाली , मानसिंहवाला, हटवाल गांव, ननूरखेड़ा, सुंदरवाला, लाडपुर, रायपुर, नत्थनपुर और मोहकमपुर खुर्द शामिल हैं। पश्चिमी क्षेत्र में डोम गांव, भंडार गांव, बगराल गांव, कुठाल गांव, मक्कावाला, सिनोला, जोहड़ी, मालसी, किशनपुर, प्रतीतपुर-सŸाोर, जाखन, करनपुर खास, हाथी बड़कला, प्रेमपुर माफी, कौलागढ़, बंजारावाला, रांगड़वाला गांव शामिल हैं।