पार्टी प्रत्याशियों पर गुप-चुप तरीके से हो रहे कार्यकर्ताओं के वार
पार्टी प्रत्याशियों को छोड़कर निर्दलीय प्रत्याशियों का साथ दे रहे पार्टी कार्यकर्ता
रुद्रप्रयाग । केदारघाटी की राजनीति भी अनेक रंग बदल रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल तक विधायक की दावेदारी करने वाले पार्टी के दावेदार अब बागी होकर निर्दलीय मैदान में उतरे प्रत्याशियों को गुपचुप तरीके सहयोग कर रहे हैं। ऐसे में पार्टी प्रत्याशियों की मुसीबतें बढ़ गई हैं।
राजनीति में एक दूसरे को शह व मात देने का सिलसिला शुरू हो गया है। टिकट न मिलने से नाखुश कार्यकर्ता पार्टी प्रत्याîाी की पीठ में छुरा घोपने का काम कर रहे हैं। पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियों को सहयोग करने के बजाय कार्यकर्ता निर्दलीय चुनाव मैदान में कूदे बागी प्रत्याद्दिायों को सहयोग कर रहे हैं। यह स्थिति भाजपा और कांग्रेस दोनो के बीच है। टिकट न मिलने से नाखुश कई कार्यकर्ता पहले ही पार्टी से बगावत करके निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद गये हैं और अपने पीछे कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी करने में भी कामयाब रहे हैं। बागी विधायक दावेदारों को पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल रहे समर्थन ने पार्टी प्रत्याशियों की मुसीबतें बढ़ाना ड्डाुरू कर दिया है।
इन दिनों केदारघाटी की राजनीति में भी यही सब हो रहा है। पार्टी से टिकट न मिलने के बाद नाराज चल रहे कार्यकर्ता पार्टी प्रत्याशी के विरोध में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। ऐसे में निर्दलीय प्रत्याशियों की नैया पार लग रही है। यदि पार्टी कार्यकर्ता पार्टी प्रत्याîाी के लिये कार्य करते तो पार्टी प्रत्याशी आसानी से जीत हासिल कर सकते थे, लेकिन कार्यकर्ताओं की नाराजगी पार्टी के लिये दिक्कतें पैदा कर रही हैं।
भाजपा की बागी पूर्व विधायक आशा नौटियाल के समर्थन में भाजपा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी भी खुलकर पार्टी से बगावत करके सामने आ रहे हैं। जबकि कांग्रेस के कई कार्यकर्ता भी पार्टी प्रत्याîाी के विरोध में मुखर हो गये हैं। ऐसे में पार्टी प्रत्याशियों की जीत आसान नहीं लग रही हैं। हालांकि पार्टी प्रत्याशी कार्यकर्ताओं को कंट्रोल में लाने की हर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कार्यकर्ता फिर भी गुप-चुप तरीके से पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ कार्य कर रहे हैं।