बलात्कार की तैयारी से पहले अपहृत बालिका बरामद , अपहर्ता गिरफ्तार

- नौगांव के पास कबाड़ी की दुकान से अपहृत लड़की बरामद !
- किडनैपर कबाड़ी फरार
- लोगों में पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ आक्रोश
नौगांव (उत्तरकाशी)। उत्तराखंड की शांत फिजाओं को अशांत करने की घटनाएं कभी सतपुली तो कभी पौड़ी और कभी श्रीनगर जैसे पहाड़ी कस्बों में होने से स्थानीय लोगों का आक्रोश अभी थमा भी नहीं था कि अभी छोटी होली के दोपहर से लापत बच्ची शुक्रवार को देवलसारी खड्ड के पास कबाड़ियों के घर से बरामद हुई। उसको एक कबाड़ी वाले ने अपनी दुकान में बंधक बनाकर घर में रखा गया था। रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग उस स्थान तक तक पहुंचे जहाँ लड़की को बंधक बनाकर रखा गया था । आक्रोशित लोगों ने एक कार सहित दो मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया। पुलिस की लचर भूमिका पर भी लोगों में नाराजगी है। घटना पर हिंदूवादी संगठनों से आक्रोश जताया है।
वहीँ पुलिस ने आज आरोपी मोहम्मद असन निवासी विकासनगर जीवनगढ़ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 376,511 ,307 और 3 /4 पोस्को के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया है। वहीँ बच्ची के मातापिता बच्ची के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचे जहाँ उसका मेडिकल किया गया और बच्ची का 164 का बयान भी मजिस्ट्रेट द्वारा दर्ज किया गया।
मूल रूप से चकराता के चामा गांव पोस्ट कांडोई निवासी किशन वर्मा की पुत्री आंचल कल दोपहर में घर का सामान लेने के लिए बाजार गई थी, लेकिन जब वह काफी समय तक लौटी नही तो उसका भाई उसे खोजने के लिए बाजार गया, लेकिन उसे भी वह नहीं मिली। फिर पूरा परिवार और अन्य लोग उसे ढूंढने में लग गए। इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई। पूरे मीडिया खासकर सोशल मीडिया में आंचल की गुमशुदगी का मामला पूरे जोर शार से उठ रहा था। इस दौरान आंचल के किडनैप की आशंका भी जताई जा रही थी।
आज कुछ लोगों को देवलसारी खड्ड के पास कबाड़ियों के घर से एक बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दी तो लोग घर का दरवारा तोड़कर अंदर दाखिल हुए। वहां आंचल बरामद हो गई। उसके गले पर रस्सी के निशान पाए गए हैं। आंचल काफी डरी-सहमी हुई सी दिखाई दी। वहीँ जिस दूकान से लड़की बरामद की गयी है उसका मालिक कबाड़ी घर से फरार हैं। लोगों में इस किडनैपिंग को लेकर भारी आक्रोश है। पुलिस बल की निष्क्रियता भी लोग काफी नाराज हैं।
बाहरी लोगों को विरोध करने पर कुछ लोग इसे क्षेत्रवाद करार देते रहे हैं। लेकिन बाहरी लोगों ने पहाड़ की शांत वादियों को किस तरह अपराध का अड्डा बना दिया है। इसके हाल में दो उदाहरण मौजूद हैं। आंचल किडनैपिंग का यह ताजा उदाहरण है। अभी कुछ ही दिन पहले देवप्रयाग विकासखंड के नैखरी पुजार गांव में स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त वयोवृद्ध व्यक्ति पारेश्वर प्रसाद भट्ट की लूटपाट कर हत्या कर दी गई थी। इस निर्मम हत्याकांड में भी इसी तरह के बाहरी व्यक्तियों का हाथ बताया गया है। पहाड़ की शांत वादियों में इस तरह के कू्रर अपराध बढ़ाने वालों पर यदि शिकंजा नहीं कसा गया तो पहाड़ अपराध के गढ़ बन जाएंगे। खासकर कबाड़ियों, फेरीवालों को पहाड़ में घुसने से रोकना होगा, अन्यथा अपनों के खिलाफ इस तरह के अपराधों का इंतजार करने को तैयार रहें। घटना पर राष्ट्रीय सनातन सभा उत्तखण्ड की प्रदेश अध्यक्ष निम्मी कुकरेती ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सूबे में हिंदूवादी सरकार होने के बावजूद हिन्दुओं के साथ घृणित कृत्य हो रहे हैं जिसकी वे निंदा करती हैं। उन्होंने कहा यदि सरकार ने सूबे में हो रही इस तरह की घटनाओं पर रोक नहीं लगायी गयी तो सनातन सभा आंदोलन करने को बाध्य होगी।