सैन्य बाहुल्य उत्तराखंड राज्य पर GST का पड़ेगा सबसे ज्यादा प्रभाव

GST लागू होने के बाद आर्मी कैंटीन का सामान पहले जैसा सस्ता नहीं होगा
देहरादून : जीएसटी लागू होते ही एक जुलाई से आर्मी कैंटीन का सामान पहले जैसा सस्ता नहीं होगा। अभी तक जहां सीएसडी के सामानों में वैट की छूट दी जाती थी, वहीं अब इन सामानों पर वैट की छूट समाप्त हो जाएगी। GST का सबसे ज्यादा प्रभाव सैन्य बाहुल्य उत्तराखंड राज्य पर पड़ेगा।
पहले सीएसडी कैंटीन में मिलने वाले सामान वैट में छूट होती थी। साथ ही 15 से 30 प्रतिशत डीलर कमीशन से भी सीएसडी सिर्फ दो या तीन प्रतिशत लेता था। इस तरह वैट और डीलर कमीशन मिलाकर सीएसडी का सामान बाजार भाव से करीब 40 प्रतिशत कम मिलता था। लेकिन, अब एक जुलाई के बाद सीएसडी से बिक़ने वाले सामान पर वैट खत्म हो जाएगा और सामान महंगा।
GST लागू होने के बाद टैक्स की गणना जीएसटी की नई दरों के हिसाब से होगी और कैंटीन के सामान पर सिर्फ डीलर कमीशन की ही छूट मिल पाएगी। दोपहिया वाहन कंपनियों ने वाहन की बिक्री बढ़ाने के लिए सीएसडी कैंटीन छूट खत्म होने को एड-कैंपेन का हिस्सा तक बना दिया है। सैनिक बहुल उत्तराखंड में सीएसडी से मिलने वाली छूट सैन्य परिवारों सहित काफी लोगों को सीधे तौर पर प्रभावित करेगी।
अभी तक सीएसडी कैंटीन से कॉस्मेटिक सामान की बिक्री सबसे ज्यादा होती है। अभी तक कॉस्मेटिक सामान 40 फीसदी तक सस्ता मिलता है। जिसमें 14.5 प्रतिशत वैट छूट है। अब ये छूट खत्म होगी और ये सामान 22 फीसदी तक सस्ता मिल पाएगा। कॉस्मेटिक सामान पर जीएसटी की दर 18 फीसदी तय की गई है, जो कि सीएसडी से सामान खरीदते वक्त चुकाना होगा।
इलेक्ट्रानिक्स सामान पर सीएसडी से मिलने वाली 14.5 प्रतिशत की वैट छूट भी खत्म हो जाएगी। अब 28 फीसदी जीएसटी चुकाना होगा। यानि बाजार में एक हजार रुपये में मिलने वाला इलेक्ट्रानिक्स प्रेस सीएसडी में 395 रुपये तक सस्ता मिलता है। अब जीएसटी से सिर्फ डेढ़ सौ रुपये सस्ता मिल सकेगा।
सीएसडी कैंटीन के माध्यम से मिलने वाली शराब भी अब पहले जैसी सस्ती नहीं होगी। शराब पर 32.5 फीसदी वैट छूट भी जीएसटी में पूरी तरह खत्म हो जाएगी और यह बाज़ार भाव के करीब पहुँच जाएगी।