देहरादून । कांग्रेस उत्तराखण्ड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश चुनाव प्रभारी किशोर उपाध्याय ने कहा कि किसानों के कर्ज तुरंत माफ किये जाने चाहिए। पंजाब में कांग्रेस सरकार ने किसानों के 2 लाख तक के कृषि ऋण माफ़ किये हैं जिससे 10.25 लाख किसानो को लाभ होगा। दूसरी तरफ उत्तराखण्ड की डबल इंजन सरकार के मुखिया त्रिवेन्द्र रावत और सहकारिता मंत्री के बयान दु:खद और चिंताजनक हैं।
मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड कहते हैं कि मेरे ऊपर भी 11 लाख का कर्ज है, मंत्री तीरथ कहते हैं कि किसान ने आत्म हत्या पिछले साल की होगी। बड़ा ही दुरूखद है किस सोच के लोगों के हाथ में आज उत्तराखण्ड की बागडोर है। किशोर उपाध्याय ने आगे कहा कि किसानो के कर्ज माफ़ करना ही काफी नहीं होगा वरन् किसानो की एनी समस्याओं पर भी गहन विचार करने की जरुरत है।
उन्होंने कहा मैं भी किसान का बेटा हूँ और मैने भी हल-जोता है। पहाड़ी में कहा जाये तो मैं हल्या हूँ। और पहाड़ और मैदान के किसानो की सभी समस्याओं के निवारण के लिए हम जल्द ही ओर लोगो से मिलजुल कर आगे क्या कर सकते है उसपर विचार करेंगे। उपाध्याय ने कहा कि किसान को भी जीने का अधिकार हैल अन्नदाता भूमिपुत्र हमारे लिया अन्न उत्पादन करता है तो हम जीवित हैं। लेकिन बड़े शर्म की बात है कि आज उत्तराखण्ड में किसान आत्महत्या को मजबूर है और सरकारें खामोश हैं।
भूमिपुत्र के बेटे-बेटी को 25 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए। राज्य और देश की सेवा में किसान को आरक्षण दिया जाना चाहिए। साथ ही शिक्षा में भी अन्नदाता के बच्चों को 25 प्रतिशत आरक्षण दिया जाने की मैं सरकार से मांग करता हूँ। प्रेस वार्ता के दौरान किशोर उपाध्याय के साथ ही प्रदेश महामंत्री सुरेन्द्र रांगड़, प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट, प्रदेश सचिव परिणीता बडोनी, शांति रावत, अमरजीत सिंह उपस्थित रहे।