Uttarakhand

चुनावी बयार में उड़ी हरिद्वार के स्टोन क्रेशर वालों की मोटी रकम

देहरादून : चुनावी बयार  क्या आई कि उत्तराखंड की धार्मिक नगरी हरिद्वार के स्टोन क्रेशर वालों के कई करोड़ उसमें उड़  गए।  अब लालच के मारे ये बेचारे उन बिचौलियों के चक्कर काटने को मजबूर हैं जिन्होंने उनको मोटो रकम फंसवा दी, ये लोग अब हर किसी नेता की दर पर जा-जाकर कह रहे हैं कि कोई तो इनकी डूबी रकम निकलवा दे.बदले में दो फीसदी कमीशन भी ले-ले। पांच राज्यों के चुनाव की घोषणा की जानकारी तो सबको थी. लेकिन चार जनवरी को ही हो जाएगी इसका आभास नहीं था।

प्राप्त जानकारी के अनुसार हरिद्वार के स्टोन क्रेशर व कुछ खनन माफियाओं ने किन्ही दो दलालों के माध्यम से सूबे के एक मंत्री से संपर्क साधा कि वे यदि हरिद्वार की गंगा व उसके घाटों के आस पास से यदि खनन पर लगा प्रतिबन्ध हटवा दें तो वे उन्हें प्रति स्टोन क्रेशर 20 लाख व प्रति खनन ठेका 5 करोड़ की रकम नजराना के रूप में दे देंगे।  मामले में मंत्री के हामी भरने के बाद हरिद्वार के स्टोन क्रेशर व खनन वालों ने मिलकर पांच करोड़ से ज्यादा की रकम एकत्रित कर दिसम्बर माह में ही मंत्री के दो दलालों के हवाले कर दी, और ठोक बजाकर आपसी सहमति के आधार पर जल्द ही काम हो जाने का मंत्री के दलालों को आश्वासन भी दे दिया गया. इतना ही नहीं सूत्रों का तो यहाँ तक कहना है कि इन स्टोन क्रेशर वालों ने काम मिल जाने की उत्सुकता के चलते बीती 31 दिसम्बर को खनन से जुड़े कुछ अधिकारियों के साथ नरेन्द्रनगर के एक होटल में न्यू इयर्स पार्टी का भी आयोजन किया जिसमें डांसर्स को भी बाहर से मोटी रकम खर्च कर बुलाया गया था यहाँ डांस के अलावा इन लोगों ने डांसरों पर जाकर नोट भी उड़ाए।

लेकिन अचानक 4 जनवरी को जब चुनाव की घोषणा हुई तो सभी के अरमा आंसुओं में बह गए और वे अपनी रकम को वापस लेने के किये दलालों व मंत्री तक गुहार लगाने लगे।  विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि मोटी रकम देने वाले ये लोग अब पछता रहे हैं कि कैसे अपनी रकम वापस ली जाय।  इसके लिए वे दी गयी रकम का दो फीसदी पैसा वापस लौटने वाले को भी देने को तैयार हैं, वे हर हाल में अपना पैसा वापस पाने का जुगत लगाने पर लगे हैं।

devbhoomimedia

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