सीआईएसएफ अधिकारी के बच्चों को बंधक बनाकर हुई डकैती

गैंग लीडर को स्कैच से खोजेगी पुलिस
देहरादून । हर्रावाला क्षेत्र में सिद्धपुरम कालोनी में आधा दर्जन बदमाश सीआईएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट के घर में डकैती डाली ओर डकैतों ने जिस तरह से कमांडेंट के दो बेटों को घर में बंद कर घर से सामान नगदी व जेवरात लूटे वह पुलिस की तमाम सुरक्षा की पोल खोलने के लिए काफी है। डालनवाला में हुई डकैती का अभी पुलिस खुलासा कर भी नहीं पाई थी कि हर्रावाला में हुई यह डकैती पुलिस के लिए एक चुनौती बन गई है।
मिली जानकारी के अनुसार हर्रावाला क्षेत्र में सिद्धपुरम कालोनी लेन नं0-03 निवासी सीआईएसएफ में असिस्टेंड कमांडेंट के पद पर तैनात सुनील कुमार ढोंढियाल के घर में आधा दर्जन बदमाशों ने डकैती डाली। डकैती की खबर मिलते ही डीआईजी पुष्पक ज्योति, पुलिस कप्तान निवेदिता कुकरेती मौके पर पहुंचे। अफसरों को बताया गया कि सुनील कुमार ढोंढियाल के घर पर रात्रि के समय उनके पुत्र तथा पुत्री सोये हुए थे। सुनील कुमार एवं उनकी पत्नी घर पर नही थे।
इस दौरान रात्रि करीब तीन बजे आधा दर्जन बदमाशों ने घर में घुसकर कमांडेंट के पुत्र दक्ष व पुत्री श्रेया जो कि अलग-अलग कमरों में सोये हुए थे उन्हें डकैतों ने धमकी देते हुए उठाया और उसके बाद उन्हें एक कमरे में पर्दों से बांध दिया तथा धमकी दी कि वह शोर न मचाये वह उन्हें कुछ नहीं कहेंगे। इसके बाद डकैतों ने कुछ घंटों तक घर को खंगाला और घर में रखे पांच हजार रुपये, लैपटाप, मोबाइल फोन तथा जेवरात लूट लिये।
डकैती डालने के बाद डकैत उसी कमरे से होकर निकले जिसमें दक्ष व श्रेया को बंधक बनाया गया था। डकैत डकैती के बाद दरवाजे का बाहर से कुंडा बंद करके फरार हो गये थे। डकैती की खबर मिलने के बाद एसओजी टीम, फील्ड यूनिट, तथा डॉग स्क्वाड की टीम द्वारा मौका मुआयना कर पीडितों से बातचीत कर डकैतों के हुलिये व घटना करने के तरीके के सम्बन्ध में जानकारी हासिल की गई और विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने जारी किया स्क्रेच
विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री की विधानसभा में आधा दर्जन डकैतों ने सीआईएसएफ में तैनात असिस्टेंट कमांडेंट के घर में डकैती की वारदात कर पुलिस को खुला चैलेंज दिया है। पुलिस अफसरों के लिए यह वारदात खोलना उनके लिए बडी चुनौती बना हुआ है। अफसरों के साथ एसओजी व पुलिस की कुछ टीमों ने डकैतों के लीडर का स्कैच तैयार किया है जिससे गैंग की खोज की जायेगी। एसओजी व पुलिस के चंद दरोगाओं को आशंका है कि इस डकैती को बंग्लादेशी गैंग ने अंजाम दिया है क्योंकि उनकी भाषा बंग्लादेशी व बिहारी लग रही थी।
हैरानी वाली बात है कि डालनवाला व हर्रावाला में हुई डकैती डालने वाला एक ही गैंग नजर आ रहा है क्योंकि दोनो डकैतियों में डकैतों ने वारदात को अंजाम देते हुए एक जैसा अंदाज अपनाया उससे पुलिस टीमों के लिए गैंग तक पहुंचना आसान नजर आ रहा है क्योंकि अब तक पुलिस की टीमें डकैती की वारदात में पश्चिमी उत्तर प्रदेश व कुछ अन्य राज्यों के बदमाशों पर शक कर उनकी तलाश कर रही थी लेकिन हर्रावाला में हुई डकैती से अब पुलिस को आशा की किरण दिखाई दी है कि दोनो डकैतियों में एक ही गैंग शामिल है और पुलिस उन्हें अब कहीं से भी खोज निकालेगी।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत की ही विधानसभा में आधा दर्जन डकैतों ने जयपुर में तैनात सीआईएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट सुशील कुमार ढौढियाल के घर पर धावा बोलते हुए उनके पुत्र व पुत्री को आतंकित करते हुए धमकाया कि अगर उन्होंने शोर मचाया तो ठीक नहीं होगा इसलिए वह खामोशी से चुप रहे। डकैतों ने घर में जिस अंदाज से डकैती की वारदात को अंजाम दिया उससे कुछ माह पूर्व डालनवाला इलाके में हुई डकैती की घटना पुलिस अफसरां को याद आ गई। डकैतों ने डालनवाला में हुई डकैती की घटना की तर्ज पर कमांडेंट के घर में एंट्री की और उसी अंदाज में उन्होंने परिवार को धमकाया जैसे कि डालनवाला में व्यापारियों के परिवार को धमकाया था। डालनवाला की डकैती में डकैतों ने पर्दे काटकर परिवार को बंधक बनाया था तो वहीं कमांडेंट के पुत्र व पुत्री को भी पर्दे काटकर बंधक बनाया।