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चंद्रमुखी चौटाला ने त्रियुगीनारायण में लिए सात फेरे
गुप्तकाशी : छोटे पर्दे पर चंद्रमुखी चौटाला के नाम से प्रसिद्ध कविता कौशिक शुक्रवार को शिव-पार्वती के विवाह स्थल त्रियुगीनारायण में भगवान विष्णु को साक्षी मानकर रोनित विश्वास के साथ विवाह बंधन में बंध गईं। टीवी अभिनेत्री परिवार के 25 सदस्यों के साथ 26 जनवरी को यहां पहुंची थीं। चर्चित धारावाहिक ‘एफआइआर’ में चंद्रमुखी चौटाला का किरदार निभाने वाली कविता कौशिक ने शादी के लिए केदारनाथ यात्रा के प्रमुख पड़ाव त्रियुगीनारायण को चुना। शुक्रवार सुबह 11 बजे परिजनों के साथ कविता मंदिर पहुंची। मंदिर के पुजारी राजेश भट्ट व गिरीश भट्ट की मौजूदगी में कविता और रोनित ने सात फेरे लिए।
पंडित राजेश भट्ट ने बताया कि अभिनेत्री के रिश्तेदार देहरादून में पुलिस इंस्पेक्टर हैं। आपदा के दौरान वह यहां आए थे, तब उन्हें त्रियुगीनारायण की महिमा का पता चला।विवाह संपन्न करने वाले पंडित राजेश भट्ट व गिरीश भट्ट से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सुबह 11 बजे शिव-पार्वती की विवाह स्थली त्रियुगीनारायण मंदिर में परिवार सहित पहुंचे रोहित व कविता ने यहां वैदिक मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ विवाह की रस्म पूरी की। इस मौके पर पंडित राजेश भट्ट व गिरीश भट्ट ने विवाह संस्कार की सभी रस्मों के तहत दोनों को सात फेरे दिलाए। इस मौके पर नव दंपति के माता-पिता सहित परिवार के अन्य लोग मौजूद थे। दोपहर बाद ये लोग मुंबई के लिए रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि 26 सदस्यीय दल 26 जनवरी को मुंबई से सीतापुर पहुंचा था। यहां शिवालिक होटल में रात्रि विश्राम किया।
यहाँ विवाह करने की यह है मान्यता
मान्यता है कि त्रियुगीनारायण मंदिर में शिव-पार्वती का विवाह हुआ था जिसके चलते यहां विवाह आयोजन को सौभाग्य माना जाता है। यहां आज भी शिव-पार्वती के विवाह यज्ञ कुंड में अग्नि आज भी निरंतर जल रही है।मान्यता है कि यहां पर दर्शनों को पहुंचने वाले भक्त भी इस कुंड में एक लकड़ी अर्पित करते हैं। बता दें कि रुद्रप्रयाग में एसडीएम ललित मोहन रयाल ने भी इसी मंदिर में विवाह किया था।
मान्यता है कि त्रियुगीनारायण मंदिर में शिव-पार्वती का विवाह हुआ था जिसके चलते यहां विवाह आयोजन को सौभाग्य माना जाता है। यहां आज भी शिव-पार्वती के विवाह यज्ञ कुंड में अग्नि आज भी निरंतर जल रही है।मान्यता है कि यहां पर दर्शनों को पहुंचने वाले भक्त भी इस कुंड में एक लकड़ी अर्पित करते हैं। बता दें कि रुद्रप्रयाग में एसडीएम ललित मोहन रयाल ने भी इसी मंदिर में विवाह किया था।