जब ..तीन पुलिसकर्मियों ने की एक प्रॉपर्टी डीलर से रुपयों से भरे बैग की लूट

- सीसीटीवी ने खोल दी पुलिसकर्मियों की करतूत
- लूटे गए बैग में एक करोड़ रूपये से अधिक होने की है चर्चा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून: जिस पुलिस के साये में प्रदेश की जनता सुरक्षा की उम्मीद करती है वही अगर लुटेरी हो जाए तो प्रदेश की जनता किसपर करेगी विश्वास। जी हाँ मामला एकदम साफ़ है क्राइम कैपिटल देहरादून के तीन पुलिसकर्मियों ने लूट का करिश्मा कर दिखाते हुए महानगर दून के एक प्रॉपर्टी डीलर से पैसों से भरा बैग लूट लिया। इनके काले कारनामों की जब सीसीटीवी फुटेज ने पोल खोली तो पुलिस के आई जी अजय रौतेला सहित एसएसपी देहरादून निवेदिता कुकरेती तक सन्न हो गए। पुलिस के सूत्रों के अनुसार मामले में लिप्त दारोगा समेत तीनों पुलिसकर्मियों को हिरासत में भी ले लिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देहरादून के एक प्रॉपर्टी डीलर अनुरोध पंवार ने जब पांच अप्रैल को पुलिस अफसरों को यह बताया कि उनसे वर्दीधारी पुलिसकर्मियों ने मोटी रकम लूट ली है तो अफसरों को यकीन नहीं हुआ। उन्होंने प्रॉपर्टी डीलर को भरोसा दिलाया कि वह आश्वस्त रहें। मामले की जांच कर जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आइजी अजय रौतेला ने एसएसपी निवेदिता कुकरेती को जांच सौंपी। यह जांच तीन दिन तक चली। इस दौरान पुलिस अफसरों ने डब्ल्यूआइसी, जहां प्रॉपर्टी डीलर ने अपने परिचित से रकम ली थी और घटना स्थल राजपुर रोड होटल मधुवन के पास तक के एक-एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल डाले। फुटेज देख अफसर चौंक गए। उसमें रेंज कार्यालय से अटैच सरकारी स्कॉर्पियो का नंबर दिख गया। यह गाड़ी आरक्षी चालक हिमांशु उपाध्याय चला रहा था, जबकि चालक के बगल की सीट पर सिपाही मनोज अधिकारी बैठा दिखा। मनोज घुड़सवार पुलिस है और पुलिस लाइन से संबद्ध है। वहीं पिछली सीट पर सादी वर्दी में दारोगा दिनेश सिंह नेगी बैठा दिखा। यह फुटेज देखने के बाद सबकुछ शीशे की तरह साफ हो गया, क्योंकि अनुरोध पंवार की कार के साथ यह दिलाराम चौक के पास तक आई थी। उस समय मनोज अधिकारी प्रॉपर्टी अनुरोध की गाड़ी में बैठा था।
इस फुटेज को लेकर मंगलवार को आइजी गढ़वाल के समक्ष रखा गया। आइजी ने एसएसपी निवेदिता कुकरेती को बुलाकर उन्हें इस प्रकरण में कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया। लिहाजा आइजी ने मामले में तत्काल मुकदमा दर्ज करने को कहा, चूंकि घटनास्थल डालनवाला कोतवाली क्षेत्र का था, मामले में डालनवाला में अनुरोध की तहरीर पर आइपीसी की धारा 392 (लूट) व 120बी (साजिश रचना) की धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया। मुकदमा फिलहाल अज्ञात में है, लेकिन अफसरों ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में पूरा घटनाक्रम साफ हो गया है। ऐसे में आगे और तथ्य जुटाकर मुकदमे में तीनों के नाम जोड़ दिए जाएंगे।
गौरतलब हो कि एक पखवाड़े भीतर यह दूसरा मौका है, जब खाकी का दामन दागदार हुआ। कुछ ही समय पहले वसंत विहार इलाके में काम करने वाली एक ब्यूटीशियन से दुष्कर्म में पटेलनगर कोतवाली में तैनात सिपाही यशपाल सिंह को वसंत विहार पुलिस ने गिरफ्तार किया था, वहीं अब इन तीन पुलिसकर्मियों ने प्रापर्टी डीलर को लूट कर खाकी का कलंकित कर दिया।