EDUCATIONUttar Pradesh

उत्तर प्रदेश में शिक्षा को आधुनिक बनाने के लिए उच्च शिक्षा नीति लाएगी

देवभूमि मीडिया ब्यूरो — उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा को आधुनिक व रोजगारपरक बनाने के लिए उसका विस्तार किया जाएगा। इसके लिए सरकार उच्च शिक्षा नीति लाएगी। जिससे पिछड़े व असेवित क्षेत्रों के साथ ही हर जिले में उच्च शिक्षण संस्थान खुलेंगे और विद्यार्थियों को रोजगार के विकल्प भी बढ़ेंगे।

बता दें कि उच्च शिक्षा विभाग इस बाबत एक कॉन्क्लेव आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। तो अधिकारियों के मुताबिक पहले औद्योगिक नीति में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने की व्यवस्था होती थी लेकिन अब इसे अलग से तैयार किया जा रहा है। सरकार की प्राथमिकता प्रदेश की अर्थव्यवस्था दस खरब डॉलर की बनाने की है।

तो प्रदेश में विदेशी विश्वविद्यालयों को भी विस्तार के लिए आमंत्रित किया जाएगा। कोशिश होगी कि बाहर के विश्वविद्यालय व उच्च शिक्षण संस्थान यहां के विवि व संस्थान से शैक्षिक आदान-प्रदान के लिए जुड़ें।

उच्च शिक्षा नीति में युवाओं को औद्योगिक जरूरतों के मुताबिक दक्ष करने पर जोर दिया जाएगा। जिससे प्रशिक्षित युवाओं को आसानी से रोजगार मिल सके। वहीं वे अपना उद्यम भी शुरू कर सकें।

वर्तमान में प्रदेश में लगभग 7900 उच्च शिक्षण संस्थान हैं। इनमें से 7300 निजी संस्थान हैं। इसी तरह कुल 50 विश्वविद्यालयों में से 30 निजी विवि हैं। ज्यादातर निजी संस्थाएं नोएडा व आसपास के क्षेत्रों में है।  

Related Articles

Back to top button
Translate »