देहरादून : उत्तराखंड के स्कूली पाठ्यक्रमों में राज्य आंदोलनकारियों के इतिहास को पढ़ाए जाने और दस्तावेज संग्रहालय की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में वरिष्ठ आंदोलनकारी बीएल सकलानी ने खुद को शहीद स्मारक में कैद लिया। इतना ही नहीं उन्होंने अपने को शहीद स्मारक के बंद कमरे के पास पुलिस ने जब पेट्रोल की जैरिकेन देखा तो उनके हाथ-पांव फूल गए।
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। सकलानी मांग की है कि आंदोलनकारी के लिए प्रशासन जल्द कार्रवाई करते हुए राज्य आंदोलनकारियों के लिए दस्तावेज का संग्रहालय बनाए और सूबे के स्कूलों में राज्य आंदोलनकारियों के इतिहास को भी पाठ्यक्रम में शामिल करे।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कई बार उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकन वह नहीं मानें। इस दौरान पुलिस ने वेल्डिंग कटर मंगवाकर शहीद स्मारक के कमरे में लगे टीन का दरवाजे को काटकर 65 वर्षीय सकलानी को बमुश्किल बाहर निकाला। [wpdiscuz-feedback id=”i4rux1pc4e” question=”Please leave a feedback on this” opened=”1″][/wpdiscuz-feedback]