देश की सुरक्षा और स्थिरता के लिए बड़ी चुनौतियों को दे रहा है जन्म
कमल किशोर डुकलान
अभी पिछले दिनों भारत सरकार के केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 13 बड़े ईसाई मिशनरी संगठनों को विदेशी अनुदान विनियमन अधिनियम के अन्तर्गत चंदा लेने की अनुमति को रद कर दिया था। ये ईसाई मिशनरियां झारखंड,छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्व के राज्यों में ज्यादा सक्रिय थी जो विदेशी चंदे को धर्मांतरण कराने में दुरुपयोग लिए कर रही थी। हमेशा की तरह इंटरनेशनल क्रिश्चियन कंसर्न जैसे संगठनों ने केन्द्र सरकार के गृह मंत्रालय के इस फैसले पर हाय-तौबा मचानी शुरू कर दी।
भारत सरकार पर दबाव बनाने के लिए ये ईसाई मिशनरियां ऐसा करते रहते हैं। यह सही है कि भारतीय संविधान धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार देता है,जिसमें अपने पंथ के प्रचार का भी अधिकार शामिल है, लेकिन
यह जानना भी जरूरी है कि भारतीय संविधान धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार के बाद भी कुछ सीमाएं हैं। यह जानना जरूरी है कि यह अधिकार संविधान में किन परिस्थितियों में दिया गया था।
यह जानना भी जरूरी है कि भारतीय संविधान धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार के बाद भी कुछ सीमाएं हैं। यह जानना जरूरी है कि यह अधिकार संविधान में किन परिस्थितियों में दिया गया था।