बुद्धा और महाभारत सर्किट होगा विकसित

- केन्द्र सरकार को भेजा गया है प्रस्ताव
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तराखण्ड सरकार प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन को विकसित करने की योजना पर काम कर रही है। प्रदेश के धार्मिक महत्ता को देखते हुए धार्मिक सर्किटों को विकसित किया जा रहा है। पर्यटन विभाग ने महाभारत और बुद्धा सर्किट को विकसित करने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके अन्तर्गत यमुना घाटी को हरिद्वार के भीमगोड़ा से लेकर पूरे यमुना घाटी को विकसित किया जाना है।
इसको लेकर केन्द्र सरकार को एक प्रस्ताव भी भेजा गया है। इस प्रस्ताव में केन्द्र सरकार से राज्य सरकार ने 102 करोड़ रूपयों की मांग का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव को आने वाले 10-15 दिनों में मंजूरी भी मिलने की सम्भावना है। उत्तराखण्ड में कई स्तूप और स्थान और अभिलेख मौजूद हैं। जिनको लेकर अब पर्यटन विभाग एक बड़ी कारगर योजना के जरिए बौद्ध धर्मालम्बियों को आकर्षित करने के उद्देश्य से बौद्ध सर्किट बनाने की कार्य योजना पर भी काम कर रहा है।
वहीं महाभारत काल के काफी अभिलेख मौजूद हैं। उत्तराखण्ड का महाभारत काल से बड़ा सम्बन्ध रहा है काफी तादात में पर्यटक इन अभिलेखों को देखने और जानव आना चाहते हैं। इन सर्किटों के विकसित होने के बाद इसका व्यापक प्रचार और प्रसार होगा जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।