दांव पर है चौबट्टा खाल में सतपाल महाराज की साख़ !
देहरादून । विधान सभा चुनाव में कांग्रेस से बागी होकर भाजपा में शामिल हुए सतपाल महाराज की साख चौबट्टा खाल सीट से दांव पर लगी हुई है। जनपद पौड़ी की चौबट्टाखाल विधानसभा सभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा विधायक तीरथ सिंह रावत का टिकट कटने के बाद चुनावी रण में उतरे सतपाल महाराज हालांकि अपने गृहक्षेत्र से पहली बार विधायक के लिए चुनाव लड़ रहें है, लेकिन भाजपा के अंदर चल रहे असंतोष और दागी बागियों की लड़ाई के चलते भितरघात सहित जातीय समीकरणों के चलते वे इसका खामियाजा भुगत सकते हैं।
इतना ही नही स्थानीय जनता का यह भी कहना है कि महाराज आज तक तो कभी इस इलाके से चुनाव लड़ने नहीं आये अब जब वे भाजपा में गए और मैदानी विधानसभाओं के दरवाजे उनके लिए बंद हो गए तब उन्हें अपने इलाके की याद आयी ऐसे में हम लोग उन लोगों का साथ कैसे छोड़ सकते हैं जो जीवन पर्यन्त हमारे साथ हमारे हर सुख-दुःख में खड़े रहे।
कांग्रेस का ढाई साल पहले दामन छोड़ चुके भाजपा नेता सतपाल महाराज के लिए यह विधानसभा चुनाव उनके राजनीतिक कैरियर के लिए अहम समझा जा रहा है। दरअसल अपने गृहक्षेत्र चैबट्टाखाल की विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में पहली बार उतरे सतपाल महाराज के लिए यह चुनाव इतना निर्णायक साबित हो सकता है कि उनका राजनीतिक कद ही दांव पर लग सकता है।
चौबट्टाखाल से मौजूदा विधायक और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत का टिकट कटने के बाद भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में सतपाल महाराज उतरे हैं। यदि महाराज अपनी विधान सभा से चुनाव जीत जाते हैं और प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने की स्थिति में आती हैं तो सतपाल महाराज भी मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हो सकते हैं । लेकिन यदि महाराज चुनाव हार जाते है तो फिर उनके लिए भाजपा में आगे की राहें कांटों भरी हो सकती हैं।
खुद सतपाल महाराज भी मानते है कि विधान सभा चुनाव उनके लिए भी कई मायनों में अहम साबित हो सकता है। जिस चौबट्टाखाल विधानसभा सें सतपाल महाराज भाजपा के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहें है, उसी विधानसभा सभा से पूर्व में उनकी पत्नी अमृता रावत भी दो बार राज्य विधान सभा का चुनाव जीत कर विधान सभा पहुंच चुकी है। ऐसे में इस बार भाजपा के टिकट पर सतपाल महाराज का भविष्य किस करवट बैठता है, इसको लेकर पूरी चौबट्टाखाल क्षेत्र की जनता की निगाह लगी हुई है।
वहीँ दूसरी ओर कांग्रेस ने भाजपा के हैवीवेट प्रत्याशी सतपाल महाराज के खिलाफ राजपाल बिष्ट को चुनावी मैदान में उतारा है, जो वर्ष 2012 के चुनाव में भाजपा नेता तीरथ सिंह रावत से चुनाव हार गये थे। लेकिन बदली परिस्थितियों और बदले समीकरणों के बीच चौबट्टाखाल विधान नसभा की जनता इस बार किसके सिर पर जीत का सेहरा बांधती है, इस पर भाजपा के साथ ही कांग्रेस की भी निगाहें लगी हुई हैं।