PAURI GARHWAL

पौड़ी में पुलिस की गुंडागर्दी बच्चे को डंडा फेंककर किया घायल!

  • पौड़ी में पुलिस कर रही है स्थानीय जनता का उत्पीड़न
  • थाना प्रभारी ने नवयुवक को मारते मारते तोड़ डाली लाठी 

पौड़ी : बीती  शाम श्रीनगर रोड पर उत्तराखंड की मित्र पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। जहाँ एक तरफ सूबे के डीजीपी अनिल रतूड़ी पुलिस और जनता के बीच सौहार्दपूर्ण और विश्वास का माहौल बनाने को प्रयासरत है वहीँ वर्दी के रौब में आम आदमी के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस कर्मी उनके प्रयासों को बट्टा लगाते नज़र आ रहे हैं। घटना बीते दिन की है जहाँ पौड़ी थाना इंचार्ज प्रमोद उनियाल ने एक बच्चे को चलती बाइक पर डंडा मार दिया, जिसके बाद बच्चा बाइक का संतुलन खो बैठा और जख़्मी होकर नीचे गिर गया। थाना इंचार्ज उनियाल उस पर भी नहीं थमा और उसने ज़मीन पर गिरे गई बच्चे पर ताबड़तोड़ लाठी बरसा दी, जिससे बच्चा बुरी तरह घायल हो गया।

इस बीच कई युवा पौड़ी बस अड्डे पर एकत्रित हो गए और घटना का विरोध करने लगे, आरोप है कि पौड़ी थाना इन्चार्ज उनियाल ने घटना का विरोध करने वाले एक अन्य युवक से भी मार पीट कर डाली और अपनी गलती समझते हुए घायल बच्चे को घटनास्थल से नामालूम जगह भिजवा दिया ,मौके पर मौजूद युवकों ने मामला शान्त करने आये सीओ सदर धन सिंह तोमर को लिखित शिकायत दर्ज कर आरोपी इंस्पेक्टर के ख़िलाफ़ विभागीय और कानूनी कार्यवाही की मांग की है ,जिस पर आज कार्यवाही अपेक्षित है।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस लगातार वाहन के कागज़ात और हेलमेट पहनने को लेकर उनका उत्पीड़न कर रही है और खुद ट्रिपल राइड कर और हेलमेट न पहन कर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन भी कर रही हैं ,स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि ट्रैफिक नियमों की आड़ और पार्किंग को लेकर पुलिस के कुछ जवान अवैध वसूली भी कर रहे हैं।

उधर एसएसपी पौड़ी जगतराम जोशी ने आशुतोष नेगी से बातचीत में प्रथम दृश्टया थाना इंचार्ज उनियाल की गलती मानते हुए विभागीय जाँच के उपरान्त विभागीय और कानूनी कार्यवाही का आश्वासन दिया है। लेकिन इस घटना ने पौड़ी में जनता और पुलिस के बीच दरार पैदा कर दी है। पुलिस कर्मी द्वारा इस तरह की अमानवीय घटना को अंजाम देने के बाद पौड़ी के युवाओं में पुलिस के प्रति अविश्वास और आक्रोश पैदा हो गया है। हालाँकि पुलिस के पास बहुत सारे कानूनी दांव पेंच है जिसके तहत वे कानून का उलंघन करने वालों का चालान कर सकते हैं, लेकिन उनको यह अधिकार भारत का संविधान नहीं देता कि वे किसी को भी सरेराह इस तरह अमानवीय तरीके से मारे या पीटे। 

पौड़ी में पुलिस की दबंगई का देखिये वीडियो :-

  • कोतवाल का छात्रों ने फूंका पुतला

पौड़ी : मंडल मुख्यालय स्थित बस स्टेशन पर बीते शनिवार सायं एक छात्र नेता और कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर के बीच हुए बवाल के बाद रविवार को नाराज छात्रों ने इंस्पेक्टर पर कार्रवाई न किए जाने को लेकर जिला  पुलिस प्रशासन का पुतला फूंका।

 गौरतलब हो कि बीते शनिवार सायं अन्य दिनों की तरह ही पुलिस बस स्टेशन पर चेकिंग अभियान में जुटी थी। इस बीच किसी बात को लेकर इंस्पेक्टर प्रमोद उनियाल और छात्र नेता नितिन बिष्ट के बीच कहासुनी हो गई है। इतना ही नहीं आरोप है कि इस दौरान इंस्पेक्टर ने छात्र नेता पर थप्पड़ जड़ दिया। जिसके विरोध में कई छात्रों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने शुरू कर दी। छात्र इंस्पेक्टर के बर्ताव के खिलाफ उनके निलंबन की मांग करने लगे।
रविवार को आक्रोशित छात्र एजेंसी चौक में एकत्रित हुए तथा इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। इस बीच नाराज छात्रों ने पुलिस प्रशासन और कोतवाल का पुतला फूंका। उनका कहना था कि यदि मामले में कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस मौके पर नितिन बिष्ट, राजेश, अनिल आदि शामिल थे।

 

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