शहीद दिवस पर शहीदों की शहादत को किया गया याद

शहीद नरसिंह एवं टीका सिंह ने अपने प्राणों की आहुति देकर क्षेत्र का बढाया मान : अजय टम्टा
अल्मोड़ा वीरों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की भूमि : हरीश रावत
क्षेत्र के विकास के लिये हर वर्ग को साथ लेकर चलना शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि : कुंजवाल
अल्मोड़ा । देश को आजाद कराने में जिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीदों ने अपनी शहादत देकर हमें वर्षों की दासता से मुक्त कराया हमें उन सभी शहीदों के इस अमूल्य योगदान को हमेशा याद रखना होगा यह विचार केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने आज सालम क्षेत्र के जैंती द्यामदेव में शहीद दिवस के अवसर पर शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित करते हुये कही।
उन्होंने कहा कि सालम क्षेत्र के वीर शहीद नरसिंह एवं टीका सिंह ने अपने प्राणों की आहुति देकर इस क्षेत्र का मान बढाया इसके साथ ही अनेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अग्रेंजो भारत छोड़ो आन्दोलन में बढचकर भाग लेकर क्षेत्र में आजादी के प्रति एक अलख जगायी। मंत्री ने कहा कि आज समाज में अनेक बुराईयाॅ, भ्रष्टाचार एवं जातिवाद जैसी प्रथायें जन्म ले रही है इन सभी को समाप्त करना शहीदों की प्रति हमारी सच्ची श्रद्धंाजलि होगी।
विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धाजलि देते हुये कहा कि सालम क्षेत्र स्वतत्रतंा संग्राम के लिये हमेशा याद किया जाता है। स्वतत्रंता संग्राम में यहां के अनेकों लोगों ने अपने अंग्रेजी शासन को उखाड़ फैकने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि सपनों के भारत निर्माण के लिये हम सभी को एक जुट होकर विकास को महत्व देना होगा।
राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा ने शहीदों को पुष्पच्रक अर्पित करते हुये कहा कि भारत छोड़़ो आन्दोलन की 75वीं वर्षगांठ पर ज्ञात एवं अज्ञात शहीदों द्वारा अपने प्राणों की बलि देकर हमें आजाद कराया उसे हमें याद रखना होगा। उन्होंने कहा कि आज देश के कमजोर एवं पिछडे वर्ग का विकास करना होगा यही शहीदों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धाजलि होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित करते हुये कहा कि जनपद अल्मोड़ा वीरों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की भूमि रही है जो हमारे लिये गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि सालम क्षेत्र के रणबांकुरों ने कुली-बेगार प्रथा का अन्त और अंग्रेजी शासन में मालगुजारों के माध्यम से जाने वाले कर की समाप्ति की भी अलख जगायी थी इसे हमें हमेशा याद रखना होगा।
क्षेत्रीय विधायक गोविन्द सिंह कुंजवाल ने कहा कि 1942 में गाँधी जी द्वारा बम्बई में अंग्रेजों भारत छोडो का नारा देकर सत्याग्रह किया गया जिसकी लपट सुदूरवर्ती क्षेत्र सालम में फैली और यहाँ के रणबांकुरों ने पूरे जोर-शोर के साथ इस आन्दोलन की शुरूआत की। इस क्षेत्र में इस आन्दोलन को व्यापक सर्मथन मिला अंग्रेज शासकों द्वारा इस आन्दोलन को दबाने की कोशिश की गई। अगस्त, 1942 को सालम के द्यामदेव मे अंग्रेजी शासकों व सालम के वीर सपूतों के मध्य भयंकर संघर्ष हुआ जिसमें नर सिंह धानिक और टीका सिंह कन्याल शहीद हो गये साथ ही राम सिंह आजाद, प्रताप सिंह बोरा, मरचूराम, उत्तम सिंह सहित अनेक आन्दोलनकारियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिये हर वर्ग को साथ लेकर चलना हमारी शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी आश्रित सरस्वती देवी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष पार्वती महरा, भाजपा जिला अध्यक्ष ललित लटवाल, कांग्रेस जिला अध्यक्ष पीताम्बर पाण्डे, काॅपरेटिव बैंक के अध्यक्ष प्रशांत भैसोड़ा, पूर्व विधायक मनोज तिवारी, दीवान सतवाल, मोहन सिंह महरा सहित अनेक लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये कहा कि हमें दलगत राजनीति से ऊपर क्षेत्र के विकास के लिये साथ चलना होगा।
स्थानीय लोगों की मांग पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने शहीद स्थल पर टीनशैड निर्माण करने हेतु अपनी सहमति व्यक्त की। शहीद दिवस के इस अवसर पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष केदार जोशी, सुभाष पाण्डे, रमेश बहुगुणा, सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष ए.के. सिकन्दर पंवार, बिट््ट कर्नाटक, राजेन्द्र बाराकोटी, मुख्य विकास अधिकारी जे.एस. नागन्याल, उपजिलाधिकारी अवधेश कुमार सिंह, पूरन रौतेला, हेम तिवारी, समिति के अध्यक्ष दिवान बोरा, सचिव प्रताप राम, दिनेश कुंजवाल, गिरीश जोशी, राजेन्द्र रावत, जीत सिंह धानक, किशन नेगी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर स्कूली बच्चों एवं सास्कृतिक दलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का संचालन प्रताप राम ने किया।