प्रधानमन्त्री को भेजी वह चिट्ठी जिसकी वजह से राम रहीम पहुंचे जेल
साध्वी ने 13 मई 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखा था पत्र
चंडीगढ़ : यौन शोषण मामले में आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह दोषी करार दिये गए हैं। पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दे दिया है। अब 28 अगस्त राम रहीम की सजा पर फैसला होगा। फिलहाल उन्हें कोर्ट से सीधे जेल ले जाया गया है। उधर, हरियाणा के सीएम ने फैसले से पहले ही बताया था कि जो भी फैसला हो हर स्थित से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैयार कर लिया गया है।
आप को बता दें कि इस पूरे मामले की शुरुआत एक गुमनाम खत से हुई थी। ये खत 13 मई 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखा था। इस खत में एक लड़की ने सिरसा डेरा सच्चा सौदा में गुरु राम रहीम के हाथों अपने यौन शोषण का वाकया बताया था।
अपने खत में पीड़िता ने लिखा- “मैं पंजाब की रहने वाली हूं और अब 5 साल से डेरा सच्चा सौदा सिरसा (हरियाणा, धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा) में साधु लड़की के रूप में कार्य कर रही हूं। सैकड़ों लड़कियां भी डेरे में 16 से 18 घंटे सेवा करती हैं। हमारा यहां शारीरिक शोषण किया जा रहा है। साथ ही डेरा के महाराज गुरमीत सिंह द्वारा यौन शोषण (बलात्कार) किया जा रहा है। मैं बीए पास लड़की हूं। मेरे परिवार के सदस्य महाराज के अंध श्रद्धालु हैं, जिनकी प्रेरणा से मैं डेरे में साधु बनी थी।
साधु बनने के दो साल बाद एक दिन महाराज गुरमीत की प्रमाशया साधु गुरजोत ने रात के 10 बजे मुझे बताया कि महाराज ने गुफा (महाराज के रहने के स्थान) में बुलाया है। मैं क्योंकि पहली बार वहां जा रही थी, मैं बहुत खुश थी। यह जानकर कि आज खुद परमात्मा ने मुझे बुलाया है। गुफा में ऊपर जाकर जब मैंने देखा महाराज बेड पर बैठे हैं। हाथ में रिमोट है, बेड पर सिरहाने की ओर रिवॉल्वर रखा हुआ है।
मैं ये सब देख कर हैरान रह गई, मेरे पांव के नीचे की ज़मीन खिसक गई। यह क्या हो रहा है। महाराज ऐसे होंगे, मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। महाराज ने टीवी बंद किया व मुझे पास बैठने को कहा, उन्होंने बोला मैंने तुम्हें अपनी खास समझकर बुलाया है। मैं ये सब देख कर हैरान रह गई, मेरे पांव के नीचे की ज़मीन खिसक गई।
यह क्या हो रहा है। महाराज ऐसे होंगे, मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। महाराज ने टीवी बंद किया व मुझे साथ बिठाकर पानी पिलाया और कहा कि मैंने तुम्हें अपनी खास प्यारी समझकर बुलाया है। मेरा ये पहला दिन था। उन्होंने मेरे साथ गलत व्यवहार किया।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में बहुत चलती है। हरियाणा व पंजाब के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों तक हमारी पहुंच है। नेता हमसे समर्थन लेते हैं, हम तुम्हारे परिवार से नौकरी पर लगे सदस्यों को बर्खास्त करवा देंगे। सभी सदस्यों को मरवा देंगे और सबूत भी नहीं छोड़ेंगे, ये तुझे अच्छी तरह पता है कि हमने पहले भी डेरे के प्रबंधक को खत्म करवा दिया था, जिनका आज तक अता-पता ना है। ना ही कोई सबूत बकाया है। जो कि पैसे के बल पर हम राजनीतिक व पुलिस और न्याय को खरीद लेंगे। इस तरह मेरे साथ मुंह काला किया और पिछले तीन माह में 20-30 दिन बाद किया जा रहा है।
हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख ना उठाकर देखना, आदमी से पांच-दस फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है। मैंने एक बार अपने परिवार वालों को बताया कि यहां डेरे में सब कुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है, तो ठीक कहां है।
अतः आप से अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुझे भी मेरे परिवार के साथ मार दिया जाएगा, अगर मैं इसमें अपना नाम लिखूंगी। हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों को व आपको पता चल जाएगा कि हम साधू हैं या नहीं। अगर नहीं तो किसके द्वारा बर्बाद हुई हैं।”