मुख्यमंत्री अपने ही गांव से शुरू करेंगे चकबंदी

- किसानों को कोल्ड वैन उपलब्ध कराने की योजना
देहरादून : मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य में चकबंदी को प्रोत्साहित करने के लिए सबसे पहले अपने गांव ही गाँव को चुना है और वहीँ से चकबंदी शुरू करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने गांववासियों का आह्वान किया कि वे चकबन्दी शुरू करें और इस पर गांव के लोग सहर्ष चकबंदी के लिए तैयार हो गए। वहां चकबंदी की प्रक्रिया शुरु हो गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि कृषकों को उनके द्वारा उत्पादित फसलों को एकत्र करने के लिये कोल्ड स्टोरेज एवं फसलों को मंडियों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिये कोल्ड वैन उपलब्ध कराने की योजना बनायी जा रही है।
बुधवार को किसान भवन के समीप रिंग रोड, देहरादून में राज्य स्तरीय कृषक महोत्सव रबी-2017 का दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ये बात कही।इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विभागों, सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थानों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टाल्स का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार एक और कदम उठाने जा रही है कि गरीब लोगों को मिलने वाला उनका राशन का पैसा सीधे उनके खाते में डाल दिया जाएगा। राज्य में हुए खाद्य घोटाले के बाद सरकार ने यह फैसला लिया गया है। इससे अनियमितताएं भी समाप्त की जा सकेंगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कृषकों को आधुनिक तकनीक की जानकारी उपलब्ध कराने एवं उनकी आय दोगुनी करने के उद्देश्य से आज राज्य स्तरीय कृषक महोत्सव रवि-2017 की शुरुआत हो रही है। उन्होंने कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल एवं प्रदेश भर से आए कृषकों को बधाई देते हुए कृषकों से अपील की कि इस महोत्सव का पूरा-पूरा लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि कृषक महोत्सव में दूर-दूर से हमारे किसान भाई-बहन आए हैं, उन्हें यहां से बहुत कुछ लेकर जाना चाहिए।
उन्होंने कहा इस महोत्सव के माध्यम से किसान भाई कृषि से संबंधित उपकरणों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। खेती कैसे करें….? बीज उत्पादन कैसे करें….? उपकरणों का इस्तेमाल कैसे करें….? इस प्रकार की जानकारी यहां पर किसानों को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि में आधुनिक तकनीकों एवं विधियों का प्रयोग करके निश्चित रुप से किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य पूरा किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसान भाइयों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने का जो लक्ष्य रखा है, उसे पूरा करने के लिये किसान भाईयों के सहयोग की आवश्यकता है और इसके लिये समर्पण की भी आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिये ऐसी फसलों को उगाया जा सकता है, जिन्हें जंगली जानवर नुकसान नहीं पहुंचाते।
इस अवसर पर सूबे के कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि कृषक महोत्सव के माध्यम से कृषकों एवं अधिकारियों के मध्य संवाद स्थापित हो सकेगा। जो कृषकों के लिये फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के चेहरे पर खुशहाली लाने के लिये कुछ योजनाएं तैयार की हैं। सेब की खेती को प्रोत्साहित कर के उत्तराखण्ड की आर्थिकी को सुधारा जाएगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न पार्कों का निर्माण कर हाॅर्टी-एग्री टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा। कोल्ड स्टोरेज एवं कलेक्शन सेंटर तैयार किये जा रहे हैं।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने किसान भवन प्रांगण में वीर शिरोमणि माधो सिंह भंडारी की मूर्ति का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय कृषक महोत्सव रबी-2017 रथों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में विधायक सुरेश राठौर, देशराज कर्णवाल, सचिव कृषि डी.सेंथिल पांण्डियन सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।