जैन मुनि प्रकरण में चर्चित छात्रा पहुंची थाने बोली है मेरी जान को खतरा
- बेटी के बयान पर पिता बोले, मेरे खिलाफ है साजिश
- पुलिस ने खंगाले कॉलेज के सीसीटीवी कमरे
बहादराबाद (हरिद्वार): जिस छात्रा के अपहरण की रिपोर्ट जैन मुनि प्रकरण में दर्ज कराई गई थी, वह शुक्रवार(आज) स्वयं हरिद्वार के बहादरबाद थाने पहुंच गई। यहां उसने पुलिस को बयान दिया कि उसका अपहरण नहीं हुआ है। वह अपनी मर्जी से गई है। छात्रा ने जैन मुनि नयन सागर महाराज से जुड़े जैन समाज के कुछ लोगों और अपने पिता सहित अन्य परिजनों से खुद की जान का खतरा बताया।
खतौली की रहने वाली एक छात्रा के परिजनों ने 28 जुलाई को हरिद्वार के बहादराबाद थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में जैन मुनि नयन सागर महाराज पर आरोप लगाया गया था। हरिद्वार पुलिस छात्रा की बरामदगी के लिए रणनीति बना ही रही थी कि शुक्रवार को मामले में नया मोड़ आ गया।
बहादराबाद के थानाध्यक्ष मनोहर भंडारी के अनुसार दोपहर बाद छात्रा एकाएक थाने पहुंची। उसने पुलिस के सामने बाकायदा बयान दिया कि ‘न तो उसका अपहरण हुआ है न ही वह किसी दबाव में फरार हुई है, बल्कि वह अपनी मर्जी से गई है। ‘ छात्रा ने अपने पिता और आरोपित जैन मुनि नयन सागर महाराज के साथ ही जैन समाज से भी खुद की जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की।
थानाध्यक्ष भंडारी ने बताया कि छात्रा के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए और उसकी बात चाचा से भी कराई। चाचा से बातचीत में भी छात्रा ने वही सब दोहराया और इतना और जोड़ा की वक्त आने पर वह घर लौट आएगी। पुलिस का दावा है कि छात्रा ने यह नहीं बताया कि वह इतने दिन कहां रही और अब कहां जा रही है। इसके बाद वह चली गई।
परिजनों से खुद को जान का खतरा बताने के बयान पर छात्रा ने पिता ने कहा कि यह मेरे खिलाफ साजिश है। उन्होंने कहा कि मैं अपनी बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। उन्होंने आरोप लगाया कि जैन मुनि नयन सागर महाराज ने बरगलाकर उससे पुलिस के सामने ऐसा बयान दिलाया है। उन्होंने सवाल उठाया कि बेटी कह रही है कि उसे पिता और जैन समाज से भी खतरा है तो ऐसे में उसे किससे खतरा नहीं है। जाहिर है उसने दबाव में बयान दिया है। पिता ने कहा कि वह शनिवार को हरिद्वार पहुंच कर मामले का पर्दाफाश करेंगे।
शुक्रवार को पुलिस ने उस कॉलेज के सीसीटीवी खंगाले जहां वह पढ़ती है। छात्रा यहां से एमटेक कर रही है।जैन मुनि नयन सागर का आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के मामले में हरकत में आई पुलिस ने गुरुवार को एक टीम सहारनपुर और चंडीगढ़ भेजने की बात कही थी। कांवड़ ड्यूटी आदि के चलते टीम रवाना नहीं हो पाई, लेकिन कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। हालांकि कॉलेज प्रबंधन उससे छात्रा मानने से इन्कार कर रहा है। प्रबंधन का कहना है कि वह यहां टीचिंग असिस्टेंट है और टीचिंग स्टाफ कॉलेज के बाद कहां आता-जाता है, उससे कॉलेज का कोई लेना देना नहीं है।