बद्रीनाथ में बना सीवेज प्लांट हुआ लीक, अलकनंदा को कर रहा प्रदूषित

- अलकनंदा के तट बने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट सवालों के घेरे में
- साधु -संतों के कहा बदरीनाथ से आगे बनाया जा सकता था प्लांट
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
श्री बद्रीनाथ धाम । विश्व प्रसिद्द बदरीनाथ धाम के पञ्च प्रयाग में ”नमामि गंगा ” योजना के तहत बनाया गया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को देखकर लगाया जा सकता है ।अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है इस सीवेज प्लांट को बदरीनाथ में स्थापित हुए लेकिन इसमें जमा मल-मूत्र सीधे अलकनंदा में जा रहा है । जिससे धाम के साधु संतों में रोष व्याप्त है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कार्यदायी संस्था से जल्दबाजी में इस ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कर सरकारी पैसे को ठिकाने लगा दिया है। जबकि इस ट्रीटमेंट प्लांट को बदरीनाथ धाम से नीचे बनाया जाना चाहिए था ताकि पूरे धाम का मल-मूत्र को इसमें ले जाकर उसका ट्रीटमेंट किया जाता। लेकिन कार्यदायी संस्था ने पंचप्रयाग जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर इसको स्थापित कर अपने कर्तव्यों की इति श्री कर डाली।
स्थानीय संत बाल योगेश्वेर दास ख़ास चौक ने बताया कि इस तरह के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को अलकनंदा के तट पर नहीं बनाया जाना चाहिए था । उन्होंने कहा इसके लीकेज से अलकनंदा जब अपने उद्गम स्थल पर ही प्रदूषित होने लगेगी तो आगे गंगा में पहुंचकर श्रद्धालुओं कैसे इसका आचमन कर पाएंगे ।
उन्होंने कहा वे इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के विरोधी नहीं हैं लेकिन बदरीनाथ के पञ्च प्रयाग में इसको स्थापित नहीं किया जाना चाहिए था । उन्होंने कहा इसको बदरीनाथ से नीचे आगे जाकर कहीं बनाया जाना चाहिए था ताकि यदि यह लीक भी करे तो इसका पानी अथवा मॉल-मूत्र कम से कम अलकनंदा में जाने से तो बचाया जा सकता था।