मैं रिबन काटने वाला नेता नहीं, मैंने तो लड़ाई छेड़ दी है : पीएम मोदी
उत्तराखंड के विकास के लिए केंद्र से साथ राज्य में भी भाजपा की सरकार की दरकार : मोदी
देहरादून : देहरादून में परिवर्तन रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़ने के लिए उनकेे पास देश की सवा सौ करोड़ की जनता का रक्षा कवच है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का विरोध करने वालों पर तल्ख चोट करने के साथ जन जन के मन को भी छुआ। उन्होंने कहा कि देश को काले धन और काले मन ने भी बर्बाद किया है। इसलिए काला धन के साथ काला मन भी जाना चाहिए। जनता ने उन्हें रिबन काटने या दिए जलाने के लिए प्रधानमंत्री नहीं बनाया है। देशवासियों के समर्थन और आशीर्वाद से उन्होंने काला धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई छेड़ दी है। तकरीबन 47 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को खूब तरजीह दी। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ऐसे गड्ढे और खाई में पड़ा, जिससे बाहर निकालने के लिए डबल इंजन की दरकार है। एक इंजन दिल्ली में लग चुका है, दूसरा इंजन देहरादून में लग गया तो राज्य का तेजी से विकास तय है।
यह सफाई अभियान है। उनके साथ सवा सौ करोड़ देशवासियों का रक्षा कवच है। केंद्र सरकार पर अमीरों के हित में फैसले लेने के विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि 1000 दिन में 18 हजार गांवों में बिजली पहुंचाने और रसोई गैस को लेकर केंद्र सरकार के फैसलों से दूरदराज के गांवों में गरीब जनता को फायदा पहुंचा है। अब गैस का सिलेंडर लेने के लिए नेताओं के घर के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ती।
मोदी ने अपने भाषण में कहा कि एक जमाना ऐसा भी था कि गैस सिलेंडर लेने में जान पहचान निकालनी पड़ती थी। दिल्ली में कांग्रेस के अधिवेशन में घोषणा हुई कि हमारी सरकार हुई तो अभी एक साल में नौ सिलेंडर मिलते है तो बाद में 12 मिलेंगे। लेकिन, जब हमारी भाजपा की सरकार आयी तो हमने पांच करोड़ गरीबों को गैस का चूल्हा दिया। मैं उत्तराखंड के हर गली मोहले और सुख-दुख से परिचित हुं।
मोदी ने कहा, मैं देवभूमि के आशीर्वाद में ही पला-बढ़ा हूूंं। यहां गरीब मां के शरीर में चूल्हे के धुंए से 400 सिगरट का धुआं जाता है। हमने मां बहनों को इस धुंए से मुक्ति दिलाई। ये विकास कार्य गरीबों के कल्याण के लिए है। उत्तराखंड की धरती में हर घर में जिजामाता और शिवाजी है। यहां के जवान सीमा पर सीना तानकर खड़े रहते है।
चार धाम ऑल वेदर परियोजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे उत्तराखंड के लोगों का खुश होना स्वाभाविक है। ये शिलान्यास उन हजारों लोगों को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने केदारनाथ हादसे में जिंदगी गवां दी थी। ङ्क्षहदुस्तान के हर कोने इस भयंकर हादसे में मारे गए लोगों के लिए ये योजना एकप्रकार से तर्पण है। साथ ही हर ङ्क्षहदुस्तानी को संतोष मिलेगी, जो मां गंगा के दर्शन के लिए हरिद्वार के साथ ही बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जाना चाहते हैं। उत्तराखंड के लिए योजना का महत्व गिनाते हुए उन्होंने कहा कि इससे राज्य के विकास की चारों दिशाएं खुलेंगी।
अभी चार धाम यात्रा के लिए आने वालों को अनिश्चितता के माहौल में दो-तीन दिन की अतिरिक्त व्यवस्था करते हैं। यात्रियों का मन परमात्मा में लीन और चिंतामुक्त होना चाहिए। हर व्यक्ति के मन में अपने मां-बाप को बदरीनाथ-केदारनाथ के दर्शन कराने की इच्छा होती है, लेकिन अभी तक सरकारों ने चार धाम यात्रा निरापद बनाने की सुध नहीं ली। केंद्र में सरकार बनते हुए उन्होंने तुरंत यह कार्य क्यों नहीं किया, इसका जवाब भी प्रधानमंत्री ने खुद ही दिया। उन्होंने कहा कि उनके लिए यह राजनीतिक कार्यक्रम या जनता जनार्दन की आंखों में धूल झोंकने वाला कार्यक्रम नहीं है। जल्दबाजी में योजनाओं से राजनीति चल सकती है, लेकिन समाज नीति नहीं चल सकती। इसे पूरी तैयारी के साथ शुरू किया गया है। ये योजना राज्य की आर्थिकी के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यात्रा व्यवस्था ठीक होने और सुविधाएं अच्छी होने से हिंदुस्तानी के मन में यहां पांच-छह दिन रहने की इच्छा होनी चाहिए।
वर्ष 2013 की आपदा में राहत राशि में हुई अनियमितता को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार की इंतहा है। इंसान पैसे खाता है, यह सुना है, लेकिन उत्तराखंड में तो स्कूटर भी पैसा खाता है। जिस स्कूटर की में पांच लीटर की टंकी होती है, यहां 35 लीटर पेट्रोल पड़ता है। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड से अपने जुड़ाव का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि उन्हें उत्तराखंड में काम करने का मौका मिला। यहां के गली-मोहल्लों और माताओं-बहनों की परेशानी से वह परिचित हैं। देवभूमि का आशीर्वाद पाकर वह पले-बढ़े हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी यह कहते हुए निशाने पर लिया कि बगैर बजट के योजनाओं का शिलान्यास कर रहे हैं। दोपहर 1.22 बजे शुरू प्रधानमंत्री का भाषण 2.09 मिनट पर खत्म हुआ।
रैली को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परेड मैदान में ऑल वेदर रोड परियोजना (चारधाम राजमार्ग विकास परियोजना) का उद्घाटन किया। इससे पहले जौलीग्रांट हवाई अड्डा पहुंचने पर राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पाल और काबीना मंत्री दिनेश अग्रवाल ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। रैली खत्म होने के बाद उन्होंने ही प्रधानमंत्री को विदाई भी दी। इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूड़ी, भगत सिंह कोश्यारी, रमेश पोखरियाल निशंक व विजय बहुगुणा, केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा, केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्यमंत्री मनसुख लाल, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल महाराज व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट मौजूद थे। सभा का संचालन भाजपा प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल ने किया।
प्रधानमंत्री ने शहर के परेड ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों ने 2014 के चुनावों में अच्छे-अच्छों को धूल चटा दी थी. अब मै देख रहा हूँ 2017 में क्या होने वाला है. उन्होंने रैली में पहुंची महिलाओं को धन्यवाद दिया और उनका आशीर्वाद भी लिया.वहीँ उन्होंने कहा इंसान पैसे खाता है लेकिन स्कूटर ने भी पैसे का डाले। वहीँ उन्होंने कहा राज्य को विकास के रस्ते पर लेजाने के लिए डबल इंजिन की जरुरत है यह तब ही सम्भव है जब आप अगले चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर देंगे।
उन्होंने इससे पहले के दौरे पर कहा कि लोकसभा के चुनाव में अपनी जनसभा में मैदान खाली होने पर पीएम मोदी ने कहा कि आधा मैदान भी नहीं भरा था, लेकिन आज पूरा भरा हुआ है। इस बार चुनाव में क्या होगा इसका अनुमान लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विकास के लिए इंतजार नहीं करना चाहता। आज का शिलान्यास उन हजारों लोगों को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने केदारनाथ के हादसे में अपनी जिंदगी गंवा दी थी।