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त्रिपुरा में लेनिन के बाद अब तमिलनाडु में तोड़ी गई पेरियार की मूर्ति

  • त्रिपुरा में भाजपा नेता ने दिया था गिराने का बयान

नयी दिल्ली : त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिराए जाने के बाद अब तमिलनाडु में मंगलवार रात सामाजिक कार्यकर्ता और तर्कवादी नेता ईवीआर पेरियार की मूर्ति तोड़ दी गई है। पुलिस के मुताबिक पेरियार की मूर्ति चेन्नई से 130 किलोमीटर दूर वेल्लोर में तोड़ी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिराए जाने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच राजा ने बयान दिया था कि ‘त्रिपुरा में लेनिन के बाद अब तमिलनाडु में पेरियार की बारी है।’ पुलिस के बताया कि इस मामले में दो लोगो को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना मंगलवार रात करीब नौ बजे की है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में एक भाजपा और दूसरा सीपीआई पार्टी का कार्यकर्ता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेरियार की मूर्ति का नाक और चश्मा तोड़ा गया है। विपक्षी पार्टी डीएमके ने स्टेट गुंडा एक्ट के तहत राजा की गिरफ्तारी की मांग की है। राज्य में कई जगह पर डीएमके, लेफ्ट पार्टियों और डीके के कार्यकर्ताओं ने राजा के पुतले फूंके और सख्त पुलिस कार्रवाई की मांग की। 

भाजपा नेता ने फेसबुक पर लिखा था, ‘आज लेनिन की मूर्ति, कल तमिलनाडु के ईवीआर रामास्वामी की मूर्ति की बारी’। बाद में इस पोस्ट को फेसबुक से हटा दिया गया। स्टालिन ने सबसे पहले इस पर रिएक्ट किया था। उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा था, ‘ईवीआर की मूर्ति को हाथ लगाने की किसी में हिम्मत नहीं। एच राजा का बयान हिंसा भड़काने के लिए है। वह बार-बार यह कर रहे हैं। उन्हें गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए।’

इससे पहले त्रिपुरा में भाजपा की जीत के  बाद कई जिलों से हिंसा होने की खबरें आ रही हैं। इतना ही नहीं वामपंथी स्मारकों को ध्वस्त किए जाने की भी खबरें मिलीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा समर्थकों ने दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया में स्थापित रूसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति पर बुलडोजर चलाया। मूर्ति पर बुलडोजर चलाए जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। बता दें कि इस मूर्ति को वहां पांच साल पहले स्थापित किया गया था। हिंसा भड़कने और मूर्ति को ध्वस्त किए जाने के बाद वामपंथी दलों में नाराजगी की खबरें भी आ रही हैं। 

बता दें, दक्षिण त्रिपुरा में कम्युनिस्ट आंदोलन के बड़े नेता ब्लादिमीर लेनिन की दो प्रतिमाएं गिरा दी गईं जिसके लिए माकपा और बंगाल में इसकी धुर विरोधी तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। विधानसभा चुनावों में भाजपा और इसकी सहयोगी आईपीएफटी द्वारा वामपंथी पार्टी की हार के कुछ दिनों के अंदर ही प्रतिमाओं को गिरा दिया गया। दोनों दलों ने सदन में दो तिहाई बहुमत हासिल किया है, जहां माकपा 25  वर्षों से सत्ता में थी। बेलोनिया में सोमवार को पांच फुट ऊंची फाइबर ग्लास की प्रतिमा गिरा दी गई जबकि सबरूम में एक छोटी प्रतिमा ढहा दी गई। यह जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक मोनचाक इप्पर ने दी। त्रिपुरा के पदनामित मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने राज्य के लोगों से अपील की है कि शांति बनाए रखें और कहा कि हिंसा में शामिल लोगों को दंडित किया जाएगा।

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