राज्यसभा चुनाव में भाजपा आखिरी समय में घोषित करेगी प्रत्याशी का नाम !
- गैरसैंण में पहली बार होगा राज्यसभा चुनाव
- मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त
देहरादून : चुनाव आयोग ने राज्य सभा चुनाव की प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या को जहाँ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। वहीँ मंगलवार को इस संदर्भ में आयोग की ओर से विधानसभा सचिवालय को भी सूचित कर दिया गया है । लेकिन अप्रैल में खली होने जा रही सूबे की एक राज्यसभा सीट के लिए भाजपा शांत मुद्रा में है। वहीँ भाजपा सूत्र बताते हैं कि भीतरखाने प्रदेश के लगभग आधा दर्जन दावेदार तैयारी करने में जुटे हुए हैं वहीँ तीन -चार नाम प्रदेश के बाहर के नेताओं के भी सामने आ रहे हैं ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा अपने प्रत्याशी का नाम आखिरी वक़्त पर ही सामने लाएगी।
गौरतलब हो कि उत्तराखंड में राज्यसभा की कुल तीन सीटें हैं। इनमें से एक सीट जिस पर कांग्रेस के महेंद्र सिंह माहरा की सीट आगामी दो अप्रैल को उनके कार्यकाल के समाप्त होने के कारण खाली हो रही है। राजयसभा चुनाव में सूबे के निर्वाचित विधायक ही मतदाता होते हैं और भाजपा के पास मौजूदा विधानसभा में तीन-चौथाई से ज्यादा विधायकों का बहुमत प्राप्त है। ऐसे में पार्टी जिसे भी प्रत्याशी बनाएगी, उसकी जीत तो तय ही है। यही वजह है कि प्रदेश से लेकर केंद्र तक कई वरिष्ठ नेता अपनी दावेदारी पुख्ता करने के लिए पूरी ताकत झोंके हुए हैं। भाजपा के सूत्रों के अनुसार पार्टी 11 मार्च तक ही दावेदार के नाम का ऐलान करेगा। वहीँ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा है कि हाईकमान से एबी फॉर्म भेजने को कहा गया है।
वहीँ विधानसभा सचिवालय ने मंगलवार को थराली विधायक मगन लाल शाह के निधन के बाद खाली हुई सीट की सूचना निर्वाचन आयोग को भेज दी है। इसके बाद आयोग थराली सीट पर उप चुनाव की प्रक्रिया शुरू करेगा। गौरतलब हो कि थराली विधायक मगन लाल शाह का बीते सप्ताह स्वाइन फ्लू से निधन हो गया था। उनके निधन के बाद राज्यसभा चुनाव में अब 69 विधायक ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। वहीँ कांग्रेस के पास कुल 11 विधायक हैं, जबकि दो विधायक निर्दलीय हैं।
वहीँ चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव के लिए गैरसैंण विधान भवन को मतदान केंद्र बनाने पर मुहर लगा दी है। मंगलवार को चुनाव आयोग की ओर से इस संदर्भ में आदेश किए गए। राज्यसभा चुनाव की तिथि बजट सत्र के बीच में होने की वजह से विधानसभा सचिवालय ने चुनाव आयोग से राज्य का मतदान केंद्र बदलने का अनुरोध किया था। आयोग ने पहले ही इस पर सहमति दे दी थी, लेकिन अब इस संदर्भ में विधिवत आदेश भी कर दिए गए हैं। राज्यसभा चुनाव के आरओ मदन कुंजवाल ने बताया कि मतदान केंद्र बदलने के संदर्भ में चुनाव आयोग का पत्र मंगलवार को विधानसभा सचिवालय को मिल गया है। अब इसके बाद गैरसैण में पहली बार राजयसभा के लिए मतदान होगा।
वहीँ राज्य सभा चुनाव के आरओ कुंजवाल ने बताया कि राज्य सभा चुनावों के लिए मंगलवार को दूसरे दिन भी कोई नामांकन नहीं हुआ । जबकि सोमवार को नामांकन के पहले दिन भी किसी ने नामांकन नहीं कराया था। उन्होंने बताया कि अभी एक भी नामांकन पत्र की बिक्री भी नहीं हुई है।