जानिए कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह? बताई Operation Sindoor की कहानी, पढ़िए…

जानिए कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह? बताई Operation Sindoor की कहानी, पढ़िए…
सेना की ओर से दो महिला अधिकारियों ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया। इनमें से एक वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और दूसरी भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी थीं।
भारतीय सेना ने बीती रात पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को एयरस्ट्राइक करके नष्ट कर दिया। देर रात किए गए इस ऑपरेशन का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखा गया।
भारत ने पहलगाम हमले के बदले में पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर हमला किया है। इससे पाकिस्तान की हेकड़ी धरी की धरी रह गई। भारतीय सेना की महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूरी कहानी बताई। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला अफसर व्योमिका और विदेश सचिव विक्रम मिसरी भी मौजूद रहे। भारत ने दो महिला ऑफिसर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करा दुनिया को नारी शक्ति का मैसेज दिया है और इसके साथ ही भारत के हिंदू-मुस्लिम एकता का भी संकेत दिया है।
भारतीय सेना ने बुधवार सुबह ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने के लिए अपनी दो जांबाज महिला अधिकारियों को सामने किया। इसमें एक वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह थीं और दूसरी भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी। दोनों ने मिलकर पाकिस्तान की जमकर पोल खोली और बताया आखिरकार कैसे सेना ने हमले करके पाक में चल रही आतंकी की फैक्ट्रियों को खत्म कर दिया। सोफिया भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात हैं, जबकि व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर हैं।
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर अधिकारी हैं। मौजूदा समय में वो वो सिग्नल कोर में सेवा दे रही हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी इंडियन आर्मी की पहली महिला अफसर हैं, जो आर्मी के ट्रेनिंग एक्सरसाइज ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ प्रोग्राम को लीड कर रही हैं। सोफिया को संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भारत की ओर से भेजे गए दल की कमान सौंपी गई थी। वह उन चुनिंदा प्रशिक्षकों में शामिल थीं जिन्हें इस महत्वपूर्ण दायित्व के लिए चुना गया था।
सोफिया के घर से और भी कई लोग सेना में रहे हैं। उनके दादा आर्मी से रिटायर्ड थे, जबकि सोफिया की शादी मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री के एक अधिकारी से हुई है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए मासूम नागरिकों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया, जिसमें नौ आतंकी शिविरों को टारगेट करके उन्हें नष्ट किया गया।
सेना के परिवार से जुड़ी हैं कुरैशी
सोफिया कुरैशी गुजरात की रहने वाली हैं। उनका जन्म 1981 में वड़ोदरा में हुआ था। उन्होंने बायोकेमिस्ट्री से पोस्ट ग्रेजुएट किया है। मौजूदा समय में वो भारतीय सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत 1999 में शामिल हुईं थी। उस दौरान उनकी उम्र महज 17 साल थी। सोफिया सेना के सिंग्नल कॉप्स में ऑफिस हैं। वो आर्मी बैक ग्राउंड से ताल्लुख रखती हैं। सोफिया के दादा भी सेना में थे। सोफिया के पति इन्फेंट्री में आर्मी ऑफिसर हैं। उनके एक बेटा समीर कुरैशी है।
बाढ़ राहत में निभाई अहम भूमिका
वह 2010 से शांति स्थापना अभियानों से जुड़ी रही हैं। पंजाब सीमा पर ऑपरेशन पराक्रम के दौरान उनकी सेवा के लिए उन्हें जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (GOC-in-C)का प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है। उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ राहत कार्यों के दौरान उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें सिग्नल ऑफिसर इन चीफ (SO-in-C) का प्रशंसा पत्र भी मिला था। उन्हें फोर्स कमांडर की सराहना भी मिली है।
40 लोगों में अकेले सोफिया थी महिला अधिकारी
‘आसियान’ (ASEAN) को मिलाकर 18 देशों की आपसी सहमती से पुणे में 2 से 8 मार्च तक ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ का आयोजन हुआ था। इसमें भारत की अगुवाई सोफिया कुरैशी ने की थी।
तब वह ऐसा करने वाली भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बन गई थीं। इस अभ्यास का नाम ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’दिया गया था। 18 दलों में एक सोफिया एकमात्र महिला अधिकारी थीं। भारतीय दल में कुल 40 लोग शामिल हुए थे।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह की बात करें तो वह बचपन से ही भारतीय वायुसेना में जाना चाहती थीं। वह भारतीय वायुसेना में हेलीकॉप्टर पायलट हैं। उन्हें जोखिम भरे इलाकों में बतौर भारतीय वायुसेना पायलट उड़ान भरने का काफी अनुभव है। अब तक वह ढाई हजार से ज्यादा घंटे की उड़ान का एक्सपीरियंस हासिल कर चुकी हैं। व्योमिका पूर्वोत्तर भारत के राज्यों और जम्मू-कश्मीर जैसे कठिन इलाकों में चीता और चेतक जैसे हेलीकॉप्टर को उड़ा चुकी हैं। वह कई रेस्कयू मिशन को भी सफलतापूर्वक अंजाम दे चुकी हैं। नवंबर 2020 में उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में एक काफी कठिन मिशन का नेतृत्व किया था और लोगों की जान बचाई थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर किया गया था। नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और उन्हें सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया। स्थानों का चयन नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान से बचाने और किसी भी नागरिक की जान को नुकसान से बचाने के लिए किया गया था।”