UTTARAKASHI

गंगोत्री मार्ग पर स्थित धराली बाजार की 14 दुकानों में घुसा सैलाब का मलबा हटाया

  • डीएम ने अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य करने के दिए निर्देश

उत्तरकाशी : धराली कस्बे तथा हाईवे पर जमा मलबे को हटाने का कार्य शुक्रवार को युद्धस्तर पर चलाया गया। जिलाधिकारी ने मौके पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जब तक मलबा हटाने तथा राहत कार्य पूरा नहीं किया जाता है तब तक मौके पर बने रहें। वहीं दूसरी ओर डबरानी से दो किमी आगे गुरुवार शाम को पहाड़ी के टूटने से सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर आ गए थे । जिससे सड़क मार्ग पर यातायात बंद हो गया था। मौके पर मौजूद जेसीबी मशीन इन बोल्डरों को हटा नहीं पा रही है तथा बोल्डरों को हटाने के लिए दो और जेसीबी मंगवाई गई हैं।वहीँ शुक्रवार (आज )सुबह पोकलैंड मशीनों के द्वारा मलबा हटाया गया तथा साढ़े नौ बजे मार्ग पर यातायात बहाल हो सका। इस मौके पर भडटवाड़ी एसडीएम देवेन्द्र नेगी सहित लोनिवि, बीआरओ, एसडीआरएफ तथा पुलिस आदि मौजूद थे। 

गौरतलब हो कि बीते दो दिन पहले सीमांत जिले उत्तरकाशी -गंगोत्री मुख्यमार्ग पर स्थित धराली कस्बे में भारी वर्षा से खीर गंगा के उफान परआ जाने से खीर नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी मलबे के साथ गंगोत्री हाईवे पर बहने लगा। इस दौरान धराली बाजार की 14 दुकानों में मलबा घुसने से स्थानीय लोगों में अफरातफरी मच गई। खीर गंगा में भारी मात्रा में मलबा आने से धराली गांव और बाजार के लोग दहशत में आ गए और मलवे के सड़क पर आने के बाद गंगोत्री हाईवे पर यातायात बाधित हो गया।

उत्तरकाशी जिले में बीते एक सप्ताह से हो रही बारिश ने स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते बुधवार देर रात को हर्षिल क्षेत्र के धराली गांव के पास खीर गंगा उफान पर आ गई। नदी का सारा मलबा नीचे बह कर गंगोत्री हाईवे और धराली बाजार सहित प्राचीन कल्प केदार मंदिर तक जा पहुंचा। नदी में आये भारी मात्रा में मलबे के कारण करीब 14 दुकानें प्रभावित हो गईं। नदी का मलबा पुल के नीचे जमा होने के कारण पानी पुल के ऊपर से बहने लगा। इससे गंगोत्री हाईवे पूरी तरह यातायात के लिए बाधित हो गया। हालांकि नदी में आये भारी जलस्तर से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन होटल और दुकानों में सामान बर्बाद हो गया।

वहीँ जिला मुख्यालय पर सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने गुरुवार को आपातकालीन परिचालन केन्द्र में संबंधित अधिकारियों की बैठक ली और युद्ध स्तर पर मय संसाधनों के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक के उपरान्त स्वयं आपदा प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हुए। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में जेसीबी, डोजर, पोकलैंड मशीन तैनात कर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। डीएसओ को खाद्यान्न व्यवस्था, जल संस्थान को पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए हैं। 

devbhoomimedia

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