मुख्यमंत्री ने जखोल पहुंचकर सावणी में अग्निकांड प्रभावितों को बांटी सहायता राशि

- मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को कमेटी गठित करने के दिए निर्देश
- अग्निकांड की जांच और इन घटनाओं को रोकने के लिए बनेगी कमेटी
देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सावणी में अग्निकांड से प्रभावित ग्रामीणों से मिलने के लिए जखोल पहुंचे। मुख्यमंत्री ने अग्निकांड की जांच और इन घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को कमेटी गठित करने के निर्देश दिए, ताकि इनका स्थायी समाधान हो सके। मुख्यमंत्री ने सावणी गांव में पूर्ण क्षतिग्रस्त 40 मकानों के लिए 1,01,900 रुपये प्रति परिवार की दर से 40,76,000 रुपये के चेक वितरित किए, जबकि आंशिक क्षतिग्रस्त 6 मकानों के लिए 31,200 रुपये, 55 बड़े पशुओं के नुकसान के लिए 14,50,000 और 40 छोटे पशुओं के लिए 1,20,000 रुपये के चेक पीड़ित परिवारों को वितरित किए। इसके अलावा सभी परिवारों को 1,52,000 रुपये की अहेतुक सहायता वितरित की गई। वहीँ सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भी हर प्रभावित परिवार को दस-दस हजार रुपये की सहायता देगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जखोल पहुंचे। यहां सोमेश्वर देवता मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने अग्निकांड में हुए नुकसान के प्रति दु:ख जताते हुए भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न होने देने के लिए जागरूक होने पर जोर दिया। इस अवसर पर जिला प्रशासन ने अग्निकांड प्रभावित सावणी गांव के ग्रामीणों को भी जखोल बुला लिया। जखोल में सीएम ने ग्रामीणों की पीड़ा को सुना और कहा कि वह ग्रामीणों की इस पीड़ा को समझते हैं। इस दुख के क्षण में सरकार उनके साथ है तथा हरसंभव मदद करने को तैयार है। सीएम ने मोरी विकास खंड क्षेत्र में लगातार हो रहे अग्निकांड पर चिंता जाहिर की। कहा कि पिछले 17 साल में 10 घटनाएं हुई हैं, जिसमें जनहानि के साथ-साथ पशु हानि भी हुई हैं। अग्निकांड की जांच और इन घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को कमेटी गठित करने के निर्देश दिए, ताकि इनका स्थायी समाधान हो सके।
मुख्यमंत्री ने राज्य के सीमांत गांवों को सड़क से जोड़ने का भरोसा दिलाते हुए सावणी सटूड़ी गांव के लिए फिताड़ी से 10 किमी मोटर मार्ग, तालुका से ओसला गांव तक 15 किमी सड़क और सावणी में पेयजल लाइन निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मोरी ब्लाक को हिमाचल के डोडराक्वार तक सड़क से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा करीब 20 गांवों के केंद्र जखोल गांव में सहकारी बैंक, एलोपैथिक चिकित्सालय तथा हेलीपैड बनाने की भी घोषणा की।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिलाधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द ग्रामीणों के घर तैयार कराने में हरसंभव मदद करें, जिससे ग्रामीणों की जिंदगी फिर से पटरी पर लौट सके। इस मौके पर सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, पुरोला विधायक राजकुमार, यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत, विधायक गोपाल रावत, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, एसपी विमला गुंजियाल सहित कई मौजूद थे।