अंग्रेजों के ज़माने बना पुल टूटा तीन की मौत

- सुबह तड़के साढ़े पांच बजे वीरपुर गढ़ी कैंट पुल गिरा!
- एक ईंट भरा ट्रक सहित दो मोटर साईकल व तीन लोग चपेट में?
- तीन लोगों की मौत दो हुए घायल
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : देहरादून के गढ़ी कैंट इलाके के बीरपुर में 115 साल पुराना पुल ढहने से बड़ा हादसा हो गया। इस दौरान पुल से गुजर रहा एक डंपर और दो मोटरसाइकिल भी चपेट में आ गये. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबकि तीन की मौत हो गई है जबकि दो गंभीर घायल हैं। सुबह यह लोहे का पुल पूरी तरह टूट गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 2 घायल बताए जा रहे हैं। वहीं, कई वाहनों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
गढ़ी कैंट से वीरपुर की और जाने वाला सुबह 115 साल पुराना पुल टूट कर नदी में समा गया। जिसमें एक ईंटों से भरा ट्रक व दो मोटरसाइकिल सवार भी नदी में गिर पड़े। मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। वहीं, कई वाहन के मलबे में दबे होने की आशंका है। सुबह तो अंधेरे के कारण जान-माल का पता नही चला। घटना आज सुबह 6 बजे की बताई जा रही है। घटना पर सीएम ने देहरादून में बीरपुर पुल के गिरने की घटना पर गहरा दुःख जताया। उन्होंने कहा कि घटना में मृतकों की आत्मा की शांति व घायलों के शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की कामना करता हूं। पुलिस, आर्मी के जवान रेस्क्यू में जुटे हैं। एसएसपी व जिला प्रशासन घटना पर नजर बनाए हैं।
शुक्रवार सुबह कंट्रोल रूम के माध्यम से करीब 5.30 बजे थाना कैंट पर सूचना मिली कि कैंट क्षेत्रान्तर्गत वीरपुर में लोहे का पुल गिर गया है। इसके बाद थाना कैंट से तत्काल पुलिस बल मय रेस्क्यु उपकरणों के मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों व आर्मी के जवानों की सहायता से 100 फ़ीट गहरी खाई से तीन लोगों को रेसक्यू कर सिनर्जी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।इसमें मौके पर मोटर साइकिल सवार प्रेम थापा (40) पुत्र तारा थापा निवासी डागरा देहरादून की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, उपचार के दौरान मोटर साइकिल धन बहादुर थापा (54 वर्ष) पुत्र आरएस थापा निवासी वीरपुर देहरादून की मौत हो गयी। घायल शाहरूख (24 वर्ष) पुत्र शगीर हसन निवासी ढकरानी व जुल्फकार (20 वर्ष) पुत्र शमीर हसन निवासी ढकरानी देहरादून जो कि डंपर में सवार थे, का सिनर्जी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
ज्ञात हो कि उक्त जर्जर पल के बारे में कैंट की जनता द्वारा अनेकों बार नए पुल के निर्माण की मांग उठाई जा चुकी परंतु ना ही सरकार चेती और ना ही कैंट प्रशासन जबकि उक्त पुल से घुंगोरा और वीरपुर सैन्य एरिया सहित अनेकों गाँव के लोगों का आना जाना रहता है। यही पुल केवल सेना के लिए एकमात्र सुलभ था। पुल की हालत कई वर्षों से जर्जर चल रही थी जो कभी भी किसी बड़ी घटना की बाट जोह रहा था और आज आखिर उक्त घटना घटित हो ही गयी, गलिमत यह रही कोई बड़ा हादसा नही हुआ क्योंकि सेना के सैनिकों व परिजनों से भरे वाहन इधर से दिन भर गुजरते रहते हैं।
उक्त पुल सीएम आवास से महज दो किलोमीटर की दूरी पर है। पुल के धाराशायी होने से अब अनेकों गाँव और प्रमुख देवीस्थल माँ संतला देवी मंदिर, जनतंबाला, बानगंगा, काण्डली, जामुन बाला, झाडूबाला आदि गाँव का सम्पर्क टूट गया है।