UTTARAKHAND
लड़का लड़की की भावना से ऊपर उठकर शिक्षा दें, शिक्षा में भेदभाव ठीक नहीं : माता मंगला जी


देहरादून : हंस फाउंडेशन की प्रेरणाश्रोत माता मंगला जी ने कहा कि समय के साथ प्रगति होती है। उन्होंने कहा आज हंस फाउंडेशन देश के 27 राज्यों में शिक्षा ,स्वास्थ्य में वहां की सरकारों के साथ काम करते हुए आमजन को उनकी प्राथमिक जरूरतों को पूरा करने का प्रयास कर रहा है। माता मंगला जी ने साथ ही यह भी कहा कि बच्चों को आधात्मिक शिक्षा जरूरी है। लड़का लड़की की भावना से ऊपर उठकर शिक्षा में भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा यदि लड़की को अच्छी शिक्षा दी जाती है तो तो वह तीन-तीन परिवारों को शिक्षित करती है।
इस अवसर पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अपने सम्बोधन में माता मंगला को अन्नपूर्णा कहते हुए कहा कि वे हर किसी की मदद के लिए हर समय तत्पर रहती हैं उन्होंने उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में माता मंगला जी और द हंस फाउंडेशन के कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा जहाँ सरकारें नहीं कर पाती वहां द हंस फाउंडेशन आगे आकर सरकार की मदद करने को खड़ा मिला है । उन्होंने अपने संबोधन में कहा शिक्षा का कोई मूल्य नहीं लेकिन उनका प्रयास है जिस किताब से अमीर का बच्चा पढ़े उसी से गरीब का बच्चा भी पढ़े। उन्होंने NCERT की पुस्तकों को प्रदेश में लागू किये जाने पर कहा इसके लिए उन्हें जहाँ काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा वहीँ कई दबावों से भी होकर गुजरना पड़ा लेकिन उनकी इच्छा है सभी को समान शिक्षा मिले और शिक्षा में कोई भेदभाव न हो।Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.