ग्राहकों को मिली बड़ी राहत: 88 वस्तुओं पर घटा GST

- खत्म हुआ सेनेटरी नैपकिन पर जीएसटी
NEW DELHI : जनता को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत देते हुए महिलाओं के हित में बड़ा फैसला लिया गया है। जीएसटी काउंसिल की बैठक में सेनेटरी नैपकिन सहित करीब 88 वस्तुओं पर जीएसटी की दरें घटा दी हैं। दिल्ली के विज्ञान भवन में शनिवार को हुई जीएसटी परिषद की बैठक के दौरान कर की दरों में संशोधन का फैसला लिया गया।
वित्त मंत्री पीयूष गोयल की अगुवाई में बैठक के दौरान जीएसटी परिषद का पूरा जोर महिलाओं और घरेलू इस्तेमाल वाली चीजों को सस्ता करने पर रहा। पहले 30-40 सामानों पर ही जीएसटी की दरों को कम करने पर विचार हो रहा था, लेकिन बैठक के दौरान अचानक 80 से भी अधिक वस्तुओं पर कर की दरें घटा दी गईं।
बैठक के बाद जब वित्त मंत्री से पूछा गया कि इस कदम से सरकार को आमदनी में कितना घाटा होगा तो उन्होंने साफ कहा कि सरकार को उम्मीद है कि दरें घटने से जो बिक्री बढ़ेगी, उससे होने वाले घाटे की भरपाई की जा सकेगी। इसके बाद भी अगर घाटा होता है तो वो बेहद मामूली या न के बराबर होगा।
जीएसटी परिषद ने इससे पहले भी दो बार कर की दरों में बड़ा बदलाव किया था। परिषद ने नवंबर 2017 को हुई बैठक में 213 सामानों पर जीएसटी स्लैब में संशोधन का फैसला किया था, जबकि जनवरी 2018 में 54 सेवाओं और 29 वस्तुओं पर टैक्स घटाते हुए उसे सस्ता किया था।
सरकार ने वॉशिंग मशीन, फ्रिज, एसी, वॉटर कूलर सहित कई इलेक्ट्रॉनिक और घरेलू इस्तेमाल में आने वाली वस्तुओं पर जीएसटी की दरें घटा दी हैं। इसमें एक हजार रुपये तक के जूते-चप्पल, सेंट-परफ्यूम, लीथियम बैटरी, पेंट आदि वस्तुएं भी शामिल हैं।
सेनेटरी नैपकिन पर सरकार ने जीएसटी पूरी तरह हटा दिया है। इसके अलावा बिना सोने-चांदी वाली राखियों पर भी जीएसटी शून्य कर दिया गया है। इसके अलावा मार्बल या लकड़ी से बनने वाली मूर्तियां, हैंडीक्राफ्ट से जुड़ी चीजों पर भी कोई कर नहीं लगेगा।
इन वस्तुओं पर भी मिली छूट :-
स्टोन, मार्बल, राखी, साल के पत्ते अब टैक्स के दायरे से बाहर।
इथेनॉल पर टैक्स घटाकर पांच प्रतिशत किया।
1000 रपए तक के फुटवेयर पर अब 5 फीसदी टैक्स लगेगा, पहले यह राशि 500 रपए थी।
लीथियम आयन बैटरियों, वैक्यूम क्लीनर, फूड ग्राइंडर, मिक्सर, वॉटर हीटर, ड्रायर, पेंट, वॉटर कूलर, मिल्क कूलर, परफ्यूम, कॉस्मेटिक, शॉवर्स, टॉइलेट स्प्रे को 28 फीसदी टैक्स स्लैब से हटाकर 18 फीसदी टैक्स स्लैब में लाया गया है।
हैंडबैग्स, जूलरी बॉक्स, पेंटिंग के लिए लकड़ी के बॉक्स, आर्टवेयर ग्लास, हाथ से बने लैंप पर टैक्स घटाकर 12 फीसदी करने का फैसला किया गया है।
बड़ी राहत महीने के बजाय हर तीन महीने में भरें रिटर्न
5 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वाले ट्रेडर्स हर तीन महीने में रिटर्न भर सकेंगे। इससे 93 प्रतिशत करदाताओं को राहत मिलेगी।
रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म को 30 सितंबर 2019 तक बढ़ा दिया गया है।
जीएसटी काउंटसिल बैठक में ये हुए बड़े फैसले :-
सरकार ने सेनेटरी नैपकिन को जीएसटी दर के बाहर कर दिया है।
बम्बू फ्लोरिंग पर जीएसटी दर को घटाकर 12 फीसदी कर दिया गया है।
सरकार ने चीनी सेस पर कोई फैसला नहीं किया।
सिंपल रिटर्न फाइलिंग को मंजूरी मिली।
इथेनॉल पर जीएसटी 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी की गई। इथेनॉल का इस्तेमाल पेट्रोल ब्लेंड में होता है।
फ्रिज, वाशिंग मशीन समेत 17 से ज्यादा वस्तुओं पर जीएसटी दर घटाकर 18 फीसदी की गई।
1000 रुपए तक के फुटवियर पर अब 5 फीसदी टैक्स लगेगा।