जागेश्वर धाम पूजा विवाद के बाद आर्य ने मांगी माफ़ी !

- मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को भी हूँ तैयार : आर्य
- लेकिन जो कुछ भी हुआ वो अनजाने में हुआ
DEHRADUN : जागेश्वर धाम मंदिर में पूजा अर्चना के बाद वहां के पंडितों में उपजे विवाद के बाद काबीना मंत्री यशपाल आर्य ने बहुत ही सादगी से अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि उन्होंने जानबूझ कर यह गलती नहीं की। उन्होंने कहा यदि नियम का उल्लंघन हुआ है और किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं है तो मैं उसके लिए क्षमा मांगता हूं।
सोमवार को विधानसभा में मीडिया से बातचीत में आर्य ने कहा कि जो कुछ भी हुआ वो अनजाने में हुआ है। भगवान शिव मेरे आराध्यदेव हैं। मैं सदैव उनकी पूजा करता हूँ। इसीलिए मैं जागेश्वर धाम गया था, और वहां मैंने पूजा अर्चना कि थी।
गौरतलब हो कि 11 अगस्त को जागेश्वर धाम के श्री मृत्युंजय मंदिर में तड़के यशपाल आर्य ने पूजा की थी। जबकि यहां मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना पर रोक है। पिछले साल यह रोक लगाई गई थी। मंदिर को नुकसान पहुंचाने की आशंका से यह व्यवस्था की गई थी। आर्य ने यहां पूजा भी की और शिव लिंग पर सभी पत्र-पुष्प-नैवेद्य भी अर्पित किए।
मामले में पुजारी को दोषी मानते हुए मंदिर कमेटी ने पुजारी आनंद भट्ट को नोटिस दिया है। यशपाल आर्य ने कहा कि यदि मेरी पूजा से नियमों का उल्लंघन हुआ हो या किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हों तो मै सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को भी तैयार हूं।