UTTARAKHAND

देहरादून मे 11वें प्लास्टिक बैंक की स्थापना

भारतीय मानवविज्ञान सर्वेक्षण में खुला आईआईपी और सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी (एसडीसी) फाउंडेशन का प्लास्टिक बैंक

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून । आईआईपी और सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी (एसडीसी) फाउंडेशन को धीरे— धीरे जनसहभागीदारी मिलने लगी है। केन्द्रीय संस्थानों ने भी प्लास्टिक बैंक को स्थापित करने में अपनी इच्छा जताई है। वहीं इसी कड़ी में आज आईआईपी और एसडीसी के सहयोग से भारतीय मानवविज्ञान सर्वेक्षण के प्रांगण में प्लास्टिक बैंक की स्थापना की गई। आईआईपी और एसडीसी की ओर से यह 11 वां प्लास्टिक बैंक खोला गया है।

इस दौरान फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने मानवविज्ञान सर्वेक्षण के हैड डॉ हर्षवर्धन सिंह के साथ मिलकर सवेक्षण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को सिंगल यूज प्लास्टिक के बारे में जानकारी दी और अपनी भागीदारी निभाने की अपील की। वहीं फाउंडेशन के द्वारा किए जा रहे कार्यों से प्रेरित होकर कई कर्मचारियों ने अपने घरों से भी प्लास्टिक को लाने के की बात कही। जिस पर फाउंडेशन संस्थापक अनूप नौटियाल ने खुशी जताई और कहा कि यदि ऐसे ही सब अपने घरों में स्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को इकट्ठा करने में हमारी मदद करते रहें तो, वो दिन दूर नहीं जब हम देहरादून को एक स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त देहरादून पायेंगें।

वहीं डॉ हर्षवर्धन ने प्लास्टिक के खिलाफ लड़ रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि प्लास्टिक जिस तरीके से अब हर घर में पैठ बना चुका है, इसके लिए इस तरह के जरूरी कदम उठाने चाहिए। हालांकि उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण कार्यालय में प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान और प्लास्टिक मुक्त भारत के निर्माण के अंतर्गत प्लास्टिक पर पूर्ण तरीके से प्रतिबंध लगा दिया गया है। लेकिन किचन से निकलने वाले प्लास्टिक पर अभी तक रोक नहीं लग पाई है। जिसके कारण अभी भी हमारे आस — पास काफी मात्रा में हम प्लास्टिक न चाहते हुए भी इस्तेमाल कर बैठते हैं। ऐसे में जरूरी है कि किचन से निकलने वाला प्लास्टिक को इकट्ठा कर दिया जाए।

गौरतलब है कि फाउंडेशन मात्र चार माह के समय में 18 सौ किलो ग्राम से ज्यादा प्लास्टिक आईआईपी को सौंप चुका है। जिससे 1 हजार किलो प्लास्टिक से 8 सौ लीटर डीजल बनाया जाता है। आज 11 वें प्लास्टिक बैंक के स्थापना दिवस पर भारतीय मानविज्ञान सर्वेक्षण के हैड डॉ हर्षवर्धन व उनकी पूरी टीम के साथ ही फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल, लीड पब्लिक पॉलिसी एंड कम्युनिकेशन ऋषभ श्रीवास्तव, कम्युनिटी आउटरीच एसोसिएट प्यारे लाल, प्रवीण उप्रेती और फाउंडेशन की इंर्टन पूर्णिमा मिश्रा आदि शामिल रहे।

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