कोटद्वार में बादल फटने से मची भारी तबाही में छह लोगों की हुई मौत,कई घायल

गढ़वाल के साथ ही कुमाऊं मंडल में नदियां उफान पर
द्वारीखाल में दीवार टूटने से 16 साल की लड़की की मौत
कोटद्वार। कोटद्वार और कण्वाश्रम के जंगलों में बृहस्पतिवार देर रात बादल फटने से नगर समेत पूरे भाबर में भारी तबाही मच गई है। इस तबाही में छह लोगों की मौत हो गई है और पांच लोग घायल हो गए।
क्षेत्र की छोटी बड़ी सभी नदियों के उफान पर रहने से कोटद्वार शहर समेत भाबर के दर्जनों गांवों में खेत, खलिहान, संपर्क मार्ग बह गए हैं। शहर की रिफ्यूजी कालोनी, आर्मी का एमटी कैंप, सीएसडी कैंटीन क्षेत्र, यूपीसीएल कालोनी में व्यापक तबाही हुई है।
बिजली घर में मलबा और पानी घुस गया है। जिसके कारण पूरे इलाके में विद्युत और पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है। आपदा की संवेदनशीलता को देखते हुए जिलाधिकारी और एसएसपी ने एसडीआरएफ टीम के साथ कोटद्वार में डेरा डाल लिया है। शहरभर की सड़कों पर मलबा जमा हो गया है।
पौड़ी जिले में कोटद्वार के पनियाला गदेरे में बादल फटने से कई गांवों में मलबा घुस गया। मलबे में पांच लोगों की मौत हो गई। सारा इलाका जलमग्न हो गया। एसडीआरएफ की टीम मौके पर रेस्क्यू कर रही है। रिफ्यूजी कालोनी में पनियाला नाले के उफान में लक्ष्य अरोड़ा पुत्र सीपी अरोड़ा और ज्योति अरोड़ा पत्नी दर्शन की पानी में बहने से मौत हो गई। वहीं, मानपुर गांव में सुरक्षा दीवार ढहने से इसके मलबे में दबकर शांति देवी पत्नी राय सिंह व अजीत कुमार पुत्र बालक राम की मौत हो गई।
इतना ही नहीं, रिफ्यूजी कालोनी में जलभराव के दौरान शार्ट सर्किट से एक मकान में आग लग गई। इस दौरान रसोई गैस सिलेंडर भी फट गया। हादसे में हरेंद्र भाटिया (48) पुत्र ओमप्रकाश, उनके बेटे राहुल भाटिया (19) और रेनू भाटिया (42) पत्नी सुरेंद्र भाटिया झुलस गए। तीनों को कोटद्वार अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रुक-रुक कर हो रही बारिश से गढ़वाल के साथ ही कुमाऊं मंडल में नदियां उफान पर हैं। हालांकि सुबह गंगा का जल स्तर कुछ कम होने लगा है। कोटद्वार में बारिश के कारण रिफ्यूजी कालोनी, सिम्मलचोड़, पदमपुर, कौड़िया, लकड़ी पड़ाव, काशी रामपुर सहित कई जगह घरों में पानी घुस गया।
बीती सायं से कोटद्वार में बारिश कहर बनकर टूटी है। बादल फटने से यहां भयंकर तबाही मची है। भारी बारिश ने ऐसा कहर बरपाया कि सब कुछ उथल-पुथल हो गया है। गुरुवार दोपहर से हो रही मूसलाधार बारिश ने कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में पांच लोगों की जान ले ली। शहर के हालात अभी भी बेकाबू हैं। विभिन्न इलाकों में मकानों के अंदर घुसे पानी और मलबे को बाहर नहीं निकाला जा सका है। हालांकि एसडीआरएफ और पुलिस की टीम समेत स्थानीय लोग बचाव कार्य में जुटे हैं।
माना जा रहा है कि पनियाली गधेरे में बादल फटने के बाद शुक्रवार सुबह ढाई बजे के लगभग ग्रामसभा मानपुर से सटी आर्मी केंटीन की दीवार को तोड़ते हुए सारी पानी वहां घुस गया। इसके बाद आर्मी के एमटी कैंप की दीवार को तोड़ता हुआ सारा पानी और मलबा देवी रोड स्थित रिफयूजी कालोनी में घुस गया। तबाही के इस मंजर के दौरान घरों में सो रहे लोगों में अफरातफरी मच गई और सभी अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इसी दौरान रिफ्यूजी कालोनी में रहने वाले चंदर रोड़ा का 21 वर्षीय पुत्र लक्ष्य मलबे में दब गया और बगल में ही रह रहे चंदर के भाई सुदर्शन अरोड़ा की पत्नी ज्योति पानी के तेज बहाव में बह गई। इस घटना के बाद पूरी इलाके में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। सुबह तक चलाये गये रेस्क्यू ऑपरेशन में लक्ष्य का शव वहीं मलबे के नीचे दबा मिला। जबकि ज्योति का शव कालोनी से कुछ दूर बिजली घर के निकट बह रहे नाले के किनारे मिला। पानी के तेज बहाव के कारण रिफयूजी कालोनी पूरी तरह से तहस नहस हो गई है। वहां रहने वाले लोग अब इधर-उधर शरण लेने को मजबूर हैं। उधर, मानपुर क्षेत्र में घर के अंदर पानी भरने के बाद निकासी के लिए गई 65 वर्षीय महिला शांति देवी के ऊपर दीवार गिरने से वह भी घायल हो गई।
आसपास के लोगों ने बताया कि अस्पताल ले जाने के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। वहीं आमपड़ाव के निकट घर से पानी को बाहर निकाल रहे युवक अजय की भी हार्टअटैक से मौत हो गई। उधर, कोटद्वार के द्वारीखाल में मकान की दीवार टूटने से 16 साल की लड़की की मौत हो गई है। मृतक की पहचान मुस्कान बानु पुत्री मो. आजम के रूप में हुई है। डीएम सुशील कुमार, एडीएम रामजी शरण शर्मा, एसएसपी जेआर जोशी, एसडीआरएफ के एएसपी नवनीत भुल्लर, तहसीदार छवाण सिंह समेत कई प्रशाशनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने किया गहरा दुःख व्यक्त
जनपद पौड़ी गढ़वाल के तहसील कोटद्वार शहर में अतिवृष्टि के कारण 06 व्यक्तियों की मृत्यु पर राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति एवं शोक संतृप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
राज्य आपातकालीन सचिवालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राहत एवं बचाव कार्यो के लिए एसडीआरएफ, पुलिस व जिला प्रशासन की टीमें तत्काल पहुंच गई थीं। आपदा से प्रभावित परिवारों के लिए राजकीय इण्टर काॅलेज कोटद्वार में राहत शिविर स्थापित किया गया है जहाँ पर प्रभावितों के तात्कालिक भोजन व्यवस्था के लिए 1000 पैकेट प्रभावित परिवारों को बांटे जा रहे है। ताजे भोजन की व्यवस्था हेतु हलवाई की सेवाएं ली गयी है। बिस्किट तथा दूध इत्यादि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया गया है। नवजात बच्चों हेतु पृथक से दूध इत्यादि की व्यवस्था की गयी है। पेयजल आपूर्ति हेतु टैकरों की व्यवस्था की गयी है व साथ ही बोतल बन्द पानी की भी व्यवस्था की गयी है। स्वास्थ्य सुविधाओं हेतु दो डाॅक्टर, छह पैरामेडिक, एम्बुलैंस तथा पर्याप्त मात्रा में दवाईयों की व्यवस्था की गई है। राहत शिविर में साफ सफाई हेतु पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है।
बाढ़ और अतिवृष्टि से घायलों की सूची…
हरेंद्र भाटिया पुत्र ओमप्रकाश भाटिया निवासी रिफ्यूजी कालोनी कोटद्वार।
राहुल भाटिया पुत्र हरेंद्र भाटिया निवासी रिफ्यूजी कालोनी कोटद्वार।
रेनू भाटिया पत्नी हरेंद्र भाटिया निवासी रिफ्यूजी कालोनी कोटद्वार।
अमीना बेगम पत्नी मो. रईस निवासी रामा गांव तहसील कोटद्वार।
नावेद पुत्र मो. रईस निवासी रामा गांव तहसील कोटद्वार।
बाढ़ से मृतकों की सूची….
लक्ष्य अरोड़ा (25) पुत्र चंद्रप्रकाश अरोड़ा निवासी रिफ्यूजी कालोनी कोटद्वार।
ज्योति अरोड़ा (35) पत्नी सुदर्शन अरोड़ा निवासी रिफ्यूजी कालोनी कोटद्वार।
शांति देवी (60) पत्नी राम सिंह निवासी मानपुर कोटद्वार।
अजय कुमार (25) पुत्र बालकराम निवासी मानपुर कोटद्वार।
मुस्कान बानों (16) पुत्री मो. रईस निवासी रामा गांव तहसील कोटद्वार।
राजे सिंह सैनी (65) निवासी नयागांव बलभद्रपुर कोटद्वार।