छात्रवृत्ति घोटाले में मिल रही नित नई -नई जानकारियां और हो रहे चौंकाने वाले खुलासे
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तराखंड में छात्रवृत्ति घोटाले में नित नई -नई जानकारियां और चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। जांच के दौरान एसआईटी को जसपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें घोटालेबाज़ों ने पांचवीं पास एक युवक को बीएड में दाखिला दिला दिया लेकिन उस युवक को पता ही नहीं कि उसका कहाँ दाखिला हुआ और किसने किया जबकि युवक कारपेंटर का आम करता है और उसने पांचवीं कक्षा के बाद कभी पढ़ाई ही नहीं की और न आवेदन ही किया। मामले की जांच एसआईटी कर रही है कि कहीं युवक का घोटालेबाज़ों से कोई कनेक्शन तो नहीं। इस अजीयबोगरीब मामले में राजस्थान के एक कॉलेज का नाम सामने आया है। एसआईटी संबंधित संस्थान पर मुकदमा दर्ज करने जा रही है।
गौरतलब हो कि छात्रवृत्ति घोटाले मामले में जांच कर रही एसआईटी टीम ने जसपुर के मोहल्ला चौहनान में करीब 25 छात्रों से पूछताछ की है। इन सबके नाम समाज कल्याण विभाग की दशमोत्तर छात्रवृत्ति हासिल करने वालों के तौर पर दर्ज हैं। इस दौरान एसआईटी टीम प्रभारी भीम भास्कर आर्य ने सिपाही प्रवेश गुप्ता को भेज फरीद हुसैन नाम के युवक को पूछताछ के लिये बुलाया।
फरीद जब एसआईटी प्रभारी के सामने पहुंचा तो उसे पता चला कि उसने वर्ष 2014-15 में राजस्थान के राव निहाल सिंह कॉलेज जोधपुर से बीएड किया है। यही नहीं, उसके नाम पर छात्रवृत्ति भी जारी हुयी । यह सब सुन फरीद हैरत में पड़ गया। उसने एसआईटी को बताया कि उसने पांचवीं पास करने के बाद कई साल पहले पढ़ाई छोड़ दी थी। इसके बाद वह कारपेंटर का काम करने लगा। उसने अपने पांचवीं तक के शैक्षिक दस्तावेज भी एसआईटी दिखाये हैं। फरीद का कहना है कि उसे नहीं मालूम कि किसने उसके नाम-पते का इस्तेमाल कर बीएड में दाखिला ले लिया।
जबकि जांच अधिकारी आर्य का कहना है कि फरीद के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि संबंधित संस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है। जिसने फरीद पांचवीं पास फरीद को बीएड तो करवा डाला और साथ ही उसके नाम से छात्रवृत्ति भी डकार डाली। अभी तक जसपुर-बाजपुर में चार संस्थानों पर एसआईटी मुकदमा दर्ज कर चुकी है और उसने चार दलालों पर भी मुकदमा दर्ज किया है।
एसआईटी प्रभारी आर्य के अनुसार जांच टीम अब तक 150 से अधिक छात्रों से पूछताछ कर चुकी है। अधिकतर ने आरोप लगाया है कि बिचौलियों ने उनके दस्तावेज गलत तरीके से हासिल कर फर्जी दाखिले लिये और छात्रवृत्ति की रकम हड़प ली। वहीं, कोतवाली में भी मामले की जांच जारी है। विवेचक ललित जोशी ने बताया कि मामले में अब तक साठ छात्र-छात्राओं के बयान दर्ज किये जा चुके हैं।