पत्नी व बच्चों को शराबी ने कड़ाके की ठंड में किया रात को घर से बाहर
हल्द्वानी। स्वास्थ्य कर्मी ने कड़ाके की ठंड में पत्नी व बच्चों को घर से निकालकर भीतर से दरवाजा बंद कर दिया। रात ठिठुरन में रात बिताने के बाद पत्नी ने मंगलवार सुबह पुलिस को सूचित किया। पूरे दिन पुलिस नशेड़ी स्वास्थ्य कर्मी से दरवाजा खोलने के लिए कहती रही, लेकिन वह नहीं माना। आखिरकार शाम को पुलिस का सब्र भी जब जवाब दे गया और चैनल गेट का ताला व कमरे के कुंडे तोड़कर स्वास्थ्य कर्मी को हिरासत में ले लिया गया। उसे शांतिभंग में निरुद्ध किया गया है।
घटना रामपुर रोड स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलोनी की है। यहां रहने वाला स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी नवीन चंद्र पांडे निलंबित चल रहा है। नशे में धुत नवीन रात को पत्नी से झगड़ने लगा। झगड़ा इतना बढ़ गया कि उसने तैश में आकर पत्नी व मासूम बच्चों को घर से बाहर निकल दिया और खुद चैनल व दरवाजों में ताला लगाकर भीतर सो गया। ठिठुरते पत्नी-बच्चे रातभर दरवाजा खोलने के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन नवीन नहीं माना। सुबह इसकी सूचना पुलिस को मिली तो टीपीनगर चैकी से जवान पहुंच गए। दिनभर जवान नवीन से दरवाजा खोलने के लिए अपील करते रहे, लेकिन उसने उनकी भी नहीं सुनी। शाम करीब चार बजे तक नवीन घर से बाहर नहीं निकला तो पुलिस का धैर्य जवाब दे गया।
चौकी प्रभारी हरेंद्र सिंह नेगी के निर्देश पर जवानों ने चैनल का ताला व दरवाजों के कुंडे तोड़ दिए। नवीन ने अपने घर में काफी तोड़फोड़ भी कर रखी थी। चैकी प्रभारी ने बताया कि नवीन को गिरफ्तार कर धारा 151 में निरुद्ध किया गया है। स्वास्थ्य विभाग कर्मी नवीन चंद्र पांडे चार माह पहले भी पत्नी से मारपीट के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। वर्तमान में वह जमानत पर रिहा चल रहा है। इसके बाद ही उसे स्वास्थ्य विभाग ने निलंबित कर दिया था। चैकी प्रभारी ने बताया कि इसके बाद भी कई बार नवीन की शिकायत आई, लेकिन उसे समझाकर चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। चैकी प्रभारी ने बताया कि नवीन ने चैनल में ताला व कमरों के दरवाजों में कुंडी लगा रखी थी। यही नहीं उसने दरवाजों में भीतर से कीलें भी ठोंक रखी थी। जिससे दरवाजे आसानी से न खुल सकें।