क्या हुआ जब….. अस्पताल की मोर्चरी में रखी लाश हुई जिंदा !

हरिद्वार: बीएचईएल (भेल) स्थित अस्पताल में शुक्रवार की रात एक अजीबो-गरीब घटना हुई। जिस व्यक्ति को अस्पताल की मोर्चरी में मरा हुआ समझकर रखा गया था वह लाश अचानक जिंदा हो उठी और इस लाश ने न सिर्फ करवट बदली ही बल्कि उल्टी भी की। शनिवार सुबह लाश लेने वाले यह देखकर सब हैरान हो उठे जब उन्होंने यह सब देखा। वहीँ शनिवार सुबह जब शव लेने पहुंचे परिजनों ने शव की हालत देखकर डॉक्टर पर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया और सवाल उठाए कि मॉर्चरी में मृत व्यक्ति कैसे उल्टी कर सकता है। वहीँ भेल अस्पताल के डाक्टर भी इस घटना से हैरान हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात भेल कर्मचारी कृष्ण कुमार निवासी ज्वालापुर काम करते हुए गिर गया था। इसके बाद उन्हें भेल अस्पताल में लाया गया। यहां डॉक्टर ने जांच करने के बाद कृष्ण कुमार को मृत घोषित कर दिया। परिजनों के आग्रह पर वरिष्ठ फिजीशियन ने भी आकर जांच करने के बाद कृष्ण कुमार को मृत घोषित कर दिया। इस दौरान डाक्टरों ने दो बार कृष्ण कुमार की ईसीजी की, लेकिन कृष्ण कुमार के शरीर में जीवित होने कोई लक्षण डाक्टरों को नहीं दिखे। इसके बाद कागजी कार्यवाही पूरी होने तक शव लगभग डेढ़ घटे तक स्ट्रेचर पर रहा।
वहीँ रात अधिक हो जाने की कारण परिजनों ने करीब साढ़े 12 बजे शव को मॉर्चरी में इसलिए रखवा दिया कि शनिवार सुबह पोस्टमार्टम की औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद वे शव को दाह संस्कार के लिए ले जाएंगे। लेकिन शनिवार सुबह जब परिजन शव लेने आए तो उन्होंने देखा कि शव ने तो करवट बदली हुई थी और उसने उल्टी भी कर रखी थी। यह देख परिजन हैरान रह गए और उन्होंने यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया कि डॉक्टरों ने जीवित कृष्ण कुमार को मरा मानकर मॉर्चरी में रखवा दिया था। इस दौरान और लोगों ने भी मौके पर आकर भेल अस्पताल प्रबंधन पर कृष्ण कुमार को मारने का आरोप भी लगाया। मौके पर पहुंचे प्रभारी सीएमओ ने प्रकरण की पूरी जांच करवाने का आश्वासन दिया। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि कुछ ही महीनों पहले हरिद्वार की एक महिला को ज्वालापुर के एक अस्पताल ने देहरादून रेफर किया था। देहरादून में महिला को मृत घोषित कर दिया गया था। लेकिन दाह संस्कार के लिए ले जाते समय महिला उठ खड़ी हुई थी। इसके बाद महिला को फिर से अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उसको मृत घोषित किया गया था।