उत्तरायणी मेला होगा राजकीय मेला घोषित : मुख्यमंत्री

-ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का शुभारम्भ
बागेश्वर / गंगोलीहाट । मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को नुमाइश खेत मेला मैदान, बागेश्वर में पौराणिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने उत्तरायणी मेले को राजकीय मेला घोषित करने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय इण्टर काॅलेज सिरकोट को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.खडक सिंह के नाम पर रखे जाने, बागेश्वर शहर को ग्रेविटी का जल उपलब्ध कराने के लिए जलनिगम एवं जलसंस्थान को बैजनाथ क्षेत्र में कार्य योजना तैयार करने, शहर में कूडे के निस्तारण हेतु किलवैस्ट मशीन देने एवं प्लास्टिक बोतलों के निस्तारण हेतु स्मार्टविन मशीन देने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने समस्त जनता को लोहडी एवं मकर संक्रान्ति पर्व की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह त्यौहार समृद्धि का प्रतीक है यह फसल चक्र से जुडा है। उन्होंने कहा कि मेले में लगी प्रदर्शनी में रखे उत्पादों को देखकर ऐसा लगता है कि लोगों का पारम्परिक खेती की ओर रूझान बढ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिला अस्पताल में आई.सी.यू. देने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। विषेशकर दूरस्थ क्षेत्रों के चिकित्सालयों में महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। जिला अस्पताल बागेश्वर में 16 चिकित्सकों की तैनाती की गई है। प्रदेश में 173 चिकित्सकों की तैनाती कर दी गई है। शीघ्र 150 चिकित्सको एवं नर्सो की भर्ती भी जल्द की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने उत्तरायणी मेले के उद्घाटन अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्षा गीता रावल द्वारा मुख्यमंत्री को शाॅल ओढाकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कार्यक्रम से पूर्व बागनाथ मन्दिर में पूजा अर्चना करते हुए प्रदेश की खुशहाली की कामना की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि यह मेला अपने आप में एक बहुत बडा धार्मिक, ऐतिहासिक व पौराणिक मेला है। इसे भव्य रूप देने का प्रयास किया जायेगा। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री श्री प्रकाश पन्त ने कहा कि मेले हमारी धरोहर है, इन्हे संजोये रखना हम सभी का दायित्व बनता है।
उन्होंने कहा कि बागेश्वर का आजादी में बहुत बडा योगदान रहा है कुली बेगार प्रथा का समापन इसी बागनाथ की भूमि से सरयू गोमती के संगम पर हुआ था। इसलिए बागेश्वर का महत्व और भी बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य हर बेरोजगार को काम देना है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा अन्तिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक विकास की किरणें पहुॅंचाना है। इस अवसर पर विधायक चन्दन राम दास, विधायक बलवन्त सिंह भौर्याल, अध्यक्ष जिला पंचायत हरीश सिंह ऐठानी, अध्यक्ष नगर पंचायत कपकोट चम्पा देवी, जिलाधिकारी रंजना राजगुरू, पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति, जिला स्तरीय अधिकारी, स्थानीय जनता व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
वहीँ मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को राजकीय इण्टर काॅलेज गंगोलीहाट के खेल मैदान में आम जनता से भेंट की तथा उनकी जनसमस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने जनसमस्याओं के निवारण कार्यक्रम में नई पहल करते हुए स्वंय जनता के मध्य जाकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए, मुख्यमंत्री ने जनता को आश्वस्त किया कि उनकी जो भी समस्याऐं होगी उनका शतप्रतिशत निश्चित रूप से समाधान किया जायेगा। उन्होंने मौक पर ही जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश जिलाधिकारी पिथौरागढ़ एवं सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।