उप-राष्ट्रपति शहीद ग्राम कुंजा बहादुर में पहुंचकर देंगे श्रद्धांजलि

- पूर्व मुख्यमंत्री डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक ने उप-राष्ट्रपति से उनके आवास पर की मुलाकात
देहरादून । भारत के उप राष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने हरिद्वार स्थित शहीद गांव कुन्जा बहादुरपुर में जहां पर आजादी की प्रथम अलख जगाने वाले देश के 153 वीर सेनानियों ने अपनी शहादत दी थी। आगामी शहीद दिवस तीन अक्तूबर को उप राष्ट्रपति जी ने शहीदों की पुण्य तिथि पर ग्राम कुंजा बहादुर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने की अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।
गांव के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ सभापति एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक ने उप-राष्ट्रपति से उनके आवास पर मुलाकात की। ज्ञात हो कि वर्ष 1989 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने कुन्जा गांव में उपरोक्त शहीद स्थल का शिलान्यास किया था। डॉ0 निशंक ने उप राष्ट्रपति जी को गांव आने का निमंत्रण देते हुए कहा कि उनकी यात्रा से यह अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थल पूरी दुनिया के समक्ष आयेगा। डॉ0 निशंक ने कहा कि इस शहादत स्थल का समुचित विकास किया जाना अत्यन्त आवश्यक है ताकि अपने वाली पीढियों को इससे प्रेरणा मिल सके।
उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में यह तीर्थस्थल पूरे विश्व के सामने लाया जाना चाहिए। ज्ञातव्य है कि वर्ष 1822 से 1824 तक वीर सपूत राजा विजय सिंह ने अंग्रेजों के साथ संघर्ष किया था जिसमें शहीद सेनापति कल्याण सिंह, भूरा सिंह, कलवा सिंह आदि ने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। डॉ0 निशंक इस अवसर पर उप राष्ट्रपति से उनके उत्तराखंड के प्रति विशेष स्नेह के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें उपरोक्त शहीदों के गांव में श्रद्धा सुमन अर्पित कर बहुत खुशी होगी। उन्होंने शहीद विजय सिंह स्मारक एवं शिक्षा प्रसार समिति के सदस्यों से भी मुलाकात की । इस अवसर पर डॉ0 निशंक ने उप राष्ट्रपति जी को अपनी पुस्तकें भी भेंट की। डॉ0 निशंक ने विश्वास प्रकट किया कि उप राष्ट्रपति के दौरे से कुन्जा बहादुर गांव विश्व मानचित्र पर आ जायेगा और इस क्षेत्र में विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।