UTTARAKHAND
यू पी के मंत्री ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को दिया कुम्भ का निमंत्रण

देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को प्रयागराज में आयोजित होने वाले कुंभ के लिए निमंत्रण दिया है। यूपी के प्रयागराज में 15 जनवरी से 4 मार्च तक कुम्भ मेला आयोजित हो रहा है।
राजधानी देहरादून में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र में बड़े स्तर पर तमाम विकास कार्य किये गए हैं। कुम्भ मेला क्षेत्र में सुरक्षा सहित श्रद्धालुओं के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं। देश और दुनिया से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि यूपी के कई कैबिनेट मंत्री सभी प्रदेशों में राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित तमाम लोगों को कुम्भ में आने के लिए निमंत्रण दे रहे हैं। इसके अलावा सभी प्रदेशों के लोगों को प्रयागराज कुम्भ के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
यूपी के कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कुम्भ के लिए यूपी सरकार ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है। देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था का भाव लेकर कुंभ मेले में आते हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार ने तमाम समुचित व्यवस्थाएं की हैं। श्रद्धालुओं के रहने के लिए स्थान, आवागमन के लिए साधन मुहैया कराया गया है। ऐसे आयोजनों के लिए जहां पर सांस्कृतिक आयोजन भी हो इसके लिए बड़े-बड़े हॉल बनाए गए हैं। जिसमें एक साथ दस हज़ार से अधिक संख्या में लोग एक वक्त में बैठ कर के उन सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देख सकते हैं। यह आयोजन पहली बार ऐसा हो रहा है कि जिसमें जल मार्ग से, थल मार्ग से और वायु मार्ग से भारी तादाद में लोग प्रयागराज में इस आस्था के सैलाब यानी कुंभ में आएंगे। उन्होंने कहा कि इस बार का कुम्भ ऐतिहासिक होगा।
राम मंदिर के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि राम मंदिर हमारी आस्था का प्रतीक है। अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए और इसके लिए उत्तर प्रदेश की सरकार से जो भी संभव होगा हम करेंगे। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन ने कहा कि हम चाहते हैं कि अयोध्या में भव्य राम मन्दिर बने। लेकिन ये मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है। बता दें कि आषुतोष टण्डन देहरादून में कुम्भ मेले के राज्यपाल और मुख्यमंत्री को निमंत्रण देने आए थे। राम मंदिर के मामले में यूपी के मंत्री ने साफ किया कि उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा क्या है।