त्रिवेंद्र सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में होंगे कई महत्वपूर्ण निर्णय
देहरादून : उत्तराखंड में भाजपा शासित त्रिवेंद्र सरकार की पहली कैबिनेट बैठक शुक्रवार (आज) बुलाई गयी है। इस बैठक में भाजपा सरकार कई अहम मुद्दों को लेकर मंथन तो करेगी ही साथ ही भाजपा का विज़न डुमेन्ट को भी सरकार को आगे बढ़ाना है लिहाज़ा इसपर भी विचार किया जाना है।
शुक्रवार को होने वाली इस बैठक में जीएसटी को राज्य में लागू करने को लेकर फैसला भी प्रमुख है। इसके अलावा कोर्ट की रोक के चलते खनन और आबकारी के मद में हो रही राजस्व हानि को रोकने के तरीके पर भी चर्चा होगी। वहीं राशन की चीनी व अनाज के वितरण को लेकर भी तमाम फैसले लिए जा सकते हैं।
कैबिनेट की बैठक शुक्रवार शाम साढ़े चार बजे सचिवालय में आरंभ होगी। इसमें गन्ना किसानों के बकाए के सौ करोड़ रुपए की तिथि को लेकर फैसला संभावित है। इसके अलावा राशन की दुकानों पर स्वाइप मशीन लगाने, राज्य खाद्य योजना के अंतर्गत कवर होने वाले लोगों को कितनी मात्रा में अनाज दिया जाए, इस पर भी फैसला हो सकता है।
वहीँ बीते दिन केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा में पारित किये गए जीएसटी को राज्य में लागू करने पर भी बननी है सहमति बननी है क्योंकि इसे पुरे देश में एक जुलाई से लागू किया जाना है इसके बाद पूरे देश में समान कर प्रणाली शुरू हो जाएगी। वहीँ अब स्टेट जीएसटी बिल को भी कैबिनेट से पास किए जाने की तैयारी है। इसके बाद यह बिल विधानसभा में रखा जाएगा, जिसके बाद यह कानून बन जाएगा। इसी क्रम में कर्ज के मर्ज को कम करने के अलावा राजस्व के सृोत बढ़ाने और विभिन्न विभागों की सेवा नियमावली से संबंधित प्रस्ताव भी कैबिनेट में रखे जाने की तैयारी है।
वहीँ इस बैठक में राशन की चीनी में केंद्र की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी समाप्त होने के बाद राज्य इसे वहन करेगी या नहीं, इस मुद्दे पर भी फैसला किया जा सकता है।
रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत हेली सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियों को एटीएफ (एयर टर्बाइन फ्यूल) में दी जाने वाली राहत को लेकर संशोधन भी शुक्रवार की कैबिनेट बैठक में किया जाना है। इसके अतिरिक्त गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) को राज्य में लागू करने पर भी सहमति बननी है। वहीँ हैली सेवाओं के लिए पिछली सरकार द्वारा एक ही कंपनी को सूबे में हैली सर्विस में दी गयी निविदा को समाप्त भी किये जाने तथा इसे राज्य में खुली निविदा के तहत लाने पर भी विचार किया जाना है।