सीएम पद के लिए त्रिवेन्द्र और प्रकाश पन्त में टक्कर
सीएम को लेकर पार्टी का निर्णय सर्वाेपरी: त्रिवेंद्र
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा में मिले अप्रत्याशित चुनाव परिणाम के बाद भाजपा से मुख्यमंत्री के दावेदार त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर जो भी निर्णय पार्टी का होगा उसे ही सर्वोपरि माना जाएगा।
इन दिनों भाजपा में मुख्यमंत्री पद को लेकर अंदरखाने जोड़तोड़ चल रही है। दावेदारों में एक त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी माना जा रहा है। वहीं, पत्रकारों से बातचीत में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं विधायक त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि पार्टी का फैसला ही सर्वाेपरि होगा।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा कि बीजेपी को जो बहुमत मिला है, उससे स्पष्ट है कि प्रदेश की जनता भ्रष्टाचार वाली सरकार से ऊब चुकी थी। जनता ने पूरे देश से कांग्रेस को हटाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि जितनी जल्द कांग्रेस देश से जाएगी, उतनी जल्द ही भ्रष्टाचार समाप्त होगा। कांग्रेस में हार को लेकर छिड़े विवाद पर उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा को कांग्रेस को ही करनी है।
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पद की होड़ में डोईवाला विधायक त्रिवेन्द्र रावत तथा पिथौरागढ़ से भाजपा विधायक प्रकाश पंत के नाम आगे बताए जा रहे हैं। सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक इस रेस में प्रकाश पंत और त्रिवेन्द्र सिंह रावत के बीच मुख्य मुकाबला है।
पंत का स्पीकर एवं मंत्री के रूप में लंबा अनुभव और स्वच्छ छवि उनका मजबूत पक्ष है, जबकि त्रिवेन्द्र की केंद्रीय नेताओं से नजदीकी उन्हें लाभ दिला सकती है। हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री और चौबट्टाखाल से विधायक सतपाल महाराज का नाम भी चर्चा में है, लेकिन उनका हाल ही में भाजपा में शामिल होना उनकी राह में रोड़ा बन सकता है, जिसका फायदा पंत और त्रिवेन्द्र रावत को मिलता दिख रहा है। सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री विधायकों में से ही चुना जाएगा।