ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों ने किया आज बंद का ऐलान
देहरादून / हल्द्वानी : जीएसटी व नोटबंदी से परेशान व्यापारी प्रकाश पांडे की मौत पर बुधवार को शहर के व्यापारियों ने बंद का ऐलान किया है। व्यापारी संगठनों ने ट्रांसपोर्टर के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन का निर्णय लिया है।रामलीला मैदान में हुई बैठक में हल्द्वानी के तीन प्रमुख व्यापार संगठनों ने ट्रांसपोर्ट नगर व्यापार संगठन के साथ मिलकर तय किया कि ट्रांसपोर्टर की मौत के विरोध में बुधवार 10 जनवरी को शहर के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। तय किया गया कि पांडे के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन किया जाएगा। बैठक में प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल, देवभूमि व्यापार मंडल,नगर उद्योग व्यापार मंडल व ट्रांसपोर्ट नगर के व्यापारी मौजूद रहे।
हल्द्वानी के ट्रांसपोर्टर के प्रकाश पांडे की मौत के बाद सियासत माहौल गरमा गया है। ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडेय के निधन से प्रदेश भर के ट्रांसपोर्टरों में शोक की लहर है। देहरादून ट्रक आपरेटर एसोसिएशन ने शोक में बुधवार को बंद का ऐलान किया है। ट्रांसपोर्टर काम नहीं करेंगे। इससे प्रदेश में हजारों ट्रकों के पहिये जाम रहेंगे।
देहरादून ट्रक आपरेटर एसोसिएशन के महामंत्री अशोक ग्रोवर ने बताया कि प्रकाश पांडेय एक अच्छा ट्रांसपोर्टर था और सरकार के समक्ष पिछले चार माह से अपनी बात रख रहा था, लेकिन सरकार ने उसकी नहीं सुनी, जिस कारण उसे आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा है। बताया कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद ट्रांसपोर्ट व्यवसाय प्रभावित हुआ है। सरकार ने बिना सोचे समझे जीएसटी लागू किया है। बताया कि एसोसिएशन ट्रांसपोर्टर के निधन के शोक में बुधवार को बंद रखेगा। उन्होंने बताया कि बंद को प्रदेशभर की ट्रांसपोर्ट यूनियन का समर्थन हासिल है। शोक के चलते देहरादून में ट्रांसपोर्ट नगर बंद रहेगा। कुर्मांचल विकास परिषद और केसर जन कल्याण समिति ने भी पांडे के निधन पर शोक जताया।
- नोटबंदी ने ले ली प्रकाश की जान : पप्पू
वहीँ काठगोदाम चुंगी में दुकान चलाने वाले प्रकाश पांडे के दोस्त पप्पू राणा ने बताया कि दोनों ने सबसे पहले काठगोदाम के चंदन पेट्रोल पंप में साथ-साथ नौकरी की। इसके बाद बॉल पेन का बिजनेस, रोडवेज में नौकरी आदि की। बकौल पप्पू 20 दिन पहले प्रकाश मेरी दुकान पर आया था। मैने उससे कुछ रुपए उधार मांगे। तब वह बोल रहा था कि यार नोट बंदी से कारोबार में काफी नुकसान हो गया है। कुछ समय बाद मदद कर दूंगा। बोलते-बोलते भावुक हुए पप्पू बोले प्रकाश के दिल में कितना दर्द था, उसने कभी किसी को नहीं बताया। पप्पू राणा का कहना था कि नोटबंदी व जीएसटी से प्रकाश पांडे को काफी नुकसान हुआ था। इसके बाद से ही उसका कारोबार चौपट हो गया था। कारोबार नहीं उठ पाने के कारण उनसे यह कदम उठाया।
- नेता प्रतिपक्ष ने सीएम से मांगी प्रकाश की पत्नी के लिए नौकरी
ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे के निधन की खबर सुनते ही नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को फोन किया। इंदिरा ने प्रकाश की पत्नी को तत्काल सरकारी नौकरी, दस लाख रुपए की आर्थिक मदद और बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि सीएम ने उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार जनता दरबार में आने वाली समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार गंभीर होती तो व्यापारी को मौत से रोका जा सकता था।